तनौद – कटी हुई धान की फसल को आवारा मवेशियों ने रौंद कर बिखेर दिये।क्षेत्र के किसान भुरा माहों और बारिश के बाद पशुओं से परेशान हैं।क्षेत्र के गौठान सो पीस बनकर रह गया। पामगढ़ ब्लांक अन्तर्गत तनौद,कमरीद, के किसान सैकड़ों पशुओं से परेशान हैं पशुओं को गौठान में रख नहीं रहें हैं। बल्कि एक दुसरे के पंचायत में छोड़ रहे। जिससे ग्राम पंचायत तनौद के दर्जनों एकड़ फसल को रातों रात चट गया। तनौद के किसानों ने बताया कि समीप ग्राम कमरीद के किसानों द्वारा महानदी किनारे लगभग दो तीन सौ पशुओं को लाकर छोड़ दिया। पिछले तीन दिनों से दर्जनों किसानों के खेतों में लगे फसल को नुकसान पहुंचा रहा है और कुछ किसानों का अपने खेत की फसल कटाई कर करपा को खेत में सुखाने के लिए रखा था महानदी की ओर से आवारा पशुओं का झुंड आकर किसानों के खेतों में घुसकर खेत में रखे धान का करपा को खाने लगा झुंड में पशुओं का खेत में घुसने पर धान का करपा बिखेर गया। जिससे किसान को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है छत्तीसगढ शासन की महत्वकांछी योजना अन्तर्गत गोठान का निर्माण कमरीद में हो गया है। मगर यह सिर्फ सो पीस बनकर रह गया है।
गोठानों मे मवेशियों को रखने की कोई सुविधा नही है जबकि शासन के तरफ से पशुओं के लिए चारा व अन्य सुविधा के पैसा आता है। चारा की व्यवस्था नही होने के कारण गांव के मवेशी व आवारा मवेशी किसानों के खेत की तरफ चले जाते है और फसल को बर्बाद करते है। ग्राम पंचायत तनौद के सरपंच पति संतोष महिपाल और उपसरपंच पति राजेश साहू ने बताया कि कमरीद के किसानों द्वारा लगभग दो तीन सौ पशुओं को तनौद स्थित महानदी किनारे लाकर छोड़ दिया है। कमरीद पंचायत के पंचों और कुछ जिम्मेदार ग्रामीणों से चर्चा किया और लगातार दो रोज तक फसल को नुकसान कर रहे हैं।तनौद वाले ने पशुओं के संबंध बैठक बुलाना चाह लेकिन कमरीद के किसान बैठक नहीं में पहुंचे। जिससे तनौद के ग्रामीण एवं पंचायतों में जन आक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
ग्राम पंचायत कमरीद के सचिव लकेश यादव से जानकारी के अनुसार मैं एक सप्ताह से पंचायत नहीं गया हूं ग्रामीणों द्वारा तनौद स्थित महानदी किनारे पशुओं को छोड़ने की जानकारी नहीं है ग्रामीणों द्वारा अस्थाई गौठन में पशुओं को रखतें थे। उपसरपंच पति राजेश साहू ने बताया कि कमरीद के किसानों द्वारा तनौद स्थित महानदी किनारे लगभग तीन सौ पशुओं को छोड़ने जानकारी मिला है और रातों रात दर्जनों एकड़ फसल को चट तनौद के कुछ किसान सभी पशुओं को तनौद के गौठान में रख गया था। सरपंच पति और कुछ ग्रामीण पंचायत के पंचों द्वारा पशुओं के संबंध में कमरीद स्थित लहुरमन साहू के यहां दो रोज तक आपस सलाह सुझाव के लिए गए बैठक बुलाया गया।लहुरमन साहू के द्वारा कुछ ग्रामीण एवं पंचों को बुलाया लेकिन दो दिनों में भी कमरीदवासी व ग्रामीण जनप्रतिनिधियों बैठक में नहीं पहुंचा