चैत्र नवरात्रों में जयराम विद्यापीठ की वैष्णो देवी गुफा में सजा मां का दरबार, पहुंच रहे है श्रद्धालु

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
विद्यापीठ में निरंतर चल रहा है दुर्गा सप्तशती पाठ।
कुरुक्षेत्र, 3 अप्रैल : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से कलकत्ता के श्रद्धालुओं द्वारा करीब डेढ़ दशक पहले स्थापित की गई श्री वैष्णो देवी गुफा में चैत्र नवरात्रों के अवसर पर मां के भगतों की संख्या बढ़ जाती है। उल्लेखनीय है कि विद्यापीठ की वैष्णो देवी गुफा में कटरा से लाई गई अखंड ज्योति जल रही है। इस लिए भी श्रद्धालुओं की आस्था अधिक है। विद्यापीठ में वैष्णो देवी का भव्य दरबार सजा हुआ है जहां नवरात्रों के अवसर पर पूजन किया जा रहा है। इसी के साथ परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से नवरात्रों के अवसर पर 21 विद्वान ब्राह्मणों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा निरंतर श्री दुर्गा सप्तशती पाठ व अनुष्ठान किया जा रहा है। अनुष्ठान के पांचवें दिन भी भारी संख्या में श्रद्धालु पूजन के लिए पहुंचे। श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज एवं आचार्य प्रतीक शर्मा ने बताया कि आदिशक्ति आराधना के महापर्व चैत्र नवरात्र पूजन में शक्ति की आराधना में नियमों का पूरी तरह पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अनुष्ठान विधि में नौ कन्याओं का पूजन करना चाहिए जो 2 से 10 वर्ष तक की होनी चाहिए। प्रतीक शर्मा ने बताया कि नवरात्रों के चलते विद्यापीठ में आदि शक्ति के दर्शनों के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। शाम को दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान हवन, सुहासिनी पूजा, मूल मंत्र हवन और फिर कुमकुम पूजा की गई।
जयराम विद्यापीठ में दुर्गा सप्तशती पाठ करते हुए प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज एवं ब्रह्मचारी।