तहसील के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जनसंख्या दिवस आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बीच मना

रायबरेली
रिपोर्टर विपिन राजपूत
आज सदर तहसील के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जनसंख्या दिवस आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के बीच मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत अपर जिला जज अनुपम शौर्य द्वारा की गई जिसमें उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को बताया कि विश्व की बढ़ती जनसंख्या कई तरह की चुनौतियां पैदा करती है. ज्यादा जनसंख्या का मतलब है ज्यादा संसाधनों की जरूरत और खपत. वहीं, जनसंख्या की जरूरतें, रोजगार, बच्चे का जन्म और पढ़ाई से जुड़े खर्चे, परिवार का पालन-पोषण और निर्वाह सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनती है. विश्व जनसंख्या दिवस देश मनाने का मकसद संसार की जनसंख्या के आंकड़ों से लोगों को परिचित कराना भर नहीं है बल्कि लोगों के सामने बढ़ती जनसंख्या (Population) के चलते आने वाली मुश्किलों को जानना और इनका समाधान निकालने की कोशिश करना भी है. वहीं, बहुत से देश ऐसे भी हैं जो घटती आबादी से परेशान हैं और जनसंख्या वृद्धि चाहते हैं. यह भी देशों की सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है.हर साल 11 जुलाई के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. पहली बार 11 जुलाई, 1990 के दिन विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया था. इस दिन को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की गवर्निंग काउंसिल द्वारा की गई थी. वहीं, इस दिन को इस साल ‘युवाओं को एक निष्पक्ष और आशावान दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना’ थीम
पवन श्रीवास्तव: नायब तहसीलदार श्री मिश्रा जी
सीडीपीओ शहर संध्या श्रीवास्तव
बाल संरक्षण अधिकारी श्रीपाल जी
पराविधिक स्वयंसेवक पवन कुमार श्रीवास्तव पूनम सिंह मनोज प्रजापति
वन स्टाफ के काउंसलर श्रद्धा सिंह
वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ती मौजूद थी




