दो कदम पे मोत थी पर मुझे जिंदगी से प्यार था : प्रीति धारा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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पंचकूला :- कोरोना एक वायरस या दुनिया मे मोत का तांडव । त्राहि त्राहि कर रही कोरोना वायरस से बिछे मोत के तांडव में दुनिया कभी सोचा भी ना था कि आखिर काल हमें इस तरह अपने आगोश में समा लेगा यह बात वर्ल्ड ह्यूमेन राइट ऑब्जर्वर की वर्ल्ड डायरेक्टर ,लेखिका ,समाज सेविका प्रीति धारा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।
उन्होंने कहा पिछले साल से जिस तरह कोरोना वायरस दुनिया मे अपना कालचक्र बिखेर मोत का तांडव दिखा रहा है उस से दुनिया मे त्राही त्राहि हो रखी है । महज एक आवाम ही है जो सरकारी आदेशों की पालना करने के बाद भी इस काल के चक्रव्यूह से बच नही पा रही आखिर क्यों । क्या दुनिया के मेडिकल गुरु ,वैज्ञानिक इंस्टिट्यूट सब ने हार मान ली ये बहुत गम्भीर बात है । आज देश की आवाम को इस कोरोना वायरस से बचाने का कोई उपचार नही । पिछले साल से इस ख़ौफ़नाक वायरस ने करोड़ो लोगो को अपना शिकार बनाया है और अब ओर भी गम्भीर परिणाम इस वर्ष देखने को मिल रहे हैं । लेकिन सत्ताधारी सरकारों की लापरवाही ओर हठ आवाम के बीच बगावत का रुप धारण करने पर मजबूर कर रही हैं ।
उन्होंने कहा आज भारत देश मे लाखो लोग इस वायरस का शिकार हो अपनी जीवन यात्रा को समाप्त होते नजर आ रहे हैं जिसका दुख अल्फाज़ो में बयां नही कर सकते । आखिर कब तक ये सत्ताधारी सरकार अपने हठ के कारण लोकतंत्र की हत्या कर राजतंत्र से आवाम के जीवन से खिलवाड़ करती रहेगी । पिछले कई महीनों से अलग अलग प्रान्तों में सता के लालच में आवाम को मौत के कगार तक पंहुचायेगी । क्या सता का नशा इतना जरूरी है कि देश की आवाम का जीवन उसके सामने कुछ नही । आखिर क्यों चुनाव इतने जरूरी नही की आवाम की जिंदगी से खेला जाये । चाहे पक्ष हो या विपक्ष दोनों को इन चुनावी रैलियों में बिना मास्क ओर लाखों लोगों की जनसभा करते देखा गया कया देश का कानून उन पर लागू नही होता । देश मे मास्क न पहनना ओर भीड़ का इकठ्ठा ना होना ओर पकड़े जाने पर उन पर जुर्माना करना और पुलिस की लाठियों का शिकार होना ये सब कानून आवाम के लिये है इन नेताओं पर नही । आखिर क्यों ?
प्रीति धारा ने कहा कि पिछले दिनों वे भी इस वायरस का शिकार हो गई थी और एक वक्त ऐसा भी आया कि उन्हें लगा कि ये उनका आखरी पल है पर बच्चों के प्यार और परिवार के सहयोग से वो इस वायरस को मात दे मोत का शिकार होने से बच गई । और घबराने की बजाय अपने होंसले को बुलंद कर आत्म विश्वास से अब बिल्कुल ठीक है ।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की नही आपके होंसले ओर आत्मविश्वास को मजबूत करने की है और मास्क ओर दूरी की जरूरत है देश के पक्ष विपक्ष को सत्ता का लालच छोड़ देश की आवाम के लिये एक जुट हो इस वायरस से बचाने के लिये कार्य करने चाहिये ताकि देश की आवाम इस वायरस से बच सके । पुलिस विभाग से शिकवा ना करे कोई वो भी किसी के भाई ,बहन ,माता पिता और बच्चे हैं जो हमारी सुरक्षा के लिये इतनी गर्मी और इस वायरस में हमारे जीवन बचाने के लिये सड़को पर खड़े हैं ।
प्रीती धारा ने कहा कि आवाम नियमो का पालन करे और जो भी पुलिस कर्मी , डॉक्टर ,नर्स , पत्रकार हमारे जीवन की रक्षा कर रहें हैं उनसे भी अनुरोध है कि वे भी आवाम के साथ पूरा सहयोग कर उनके मनोबल को कमजोर ना होने दे और प्यार से पेश आये । पक्ष विपक्ष का कोई भी नेता बिना मास्क या नियमो की उलंघ्ना करता है उनके खिलाफ भी कानून के तहत करवाई की जाये जो कि बहुत जरूरी है।