सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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वृन्दावन : हरिवंश नगर स्थित वानप्रस्थ धाम फेस -1 में अयोध्या के प्रख्यात संत श्रीमहंत कृष्णबिहारी दास महाराज की सद्प्रेरणा से श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के द्वारा चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं गौशाला उद्घाटन महोत्सव के अंतर्गत वृंदावन-राधाकुंड रोड़ स्थित, मघेरे वाले हनुमान मंदिर के सामने नवनिर्मित वानप्रस्थ धाम फेस-2 (गौशाला) का उद्घाटन समारोह प्रख्यात संतों, विद्वानों एवं धर्माचार्यों की उपस्थिति में किया गया।इस अवसर पर हरिवंश नगर स्थित वानप्रस्थ धाम फेस -1 में आयोजित संत-विद्वत सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करते हुए चतु: सम्प्रदाय के श्रीमहंत बाबा फूलडोल बिहारी दास महाराज एवं रासमण्डल के अध्यक्ष श्रीमहंत लाड़िली शरण महाराज ने कहा कि विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज अध्यात्म जगत की बहुमूल्य विभूति हैं।उन्होंने अपनी आध्यात्मिक जीवन यात्रा में बहुत ही कम समय में जो सनातन धर्म की अविस्मरणीय सेवा की है,उससे केवल ब्रज मंडल ही नहीं बल्कि समूचा विश्व गौरांवित हुआ है।
घमंडदेवाचार्य पीठाधीश्वर स्वामी वेणुगोपाल दास महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी नवलगिरि महाराज ने कहा कि डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज विश्वभर में श्रीमद्भागवत कथा, श्रीराम कथा एवं अन्य धर्मग्रंथों के माध्यम से जो धर्म व अध्यात्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं,वो अद्भुत व प्रशंसनीय है।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं महामंडलेश्वर किशोरीशरण महाराज ने कहा कि डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज ने बहुत ही अल्प आयु में समस्त धर्मग्रंथों का अध्ययन कर विश्वभर में उनका वाचन करके सनातन धर्म के उन्नयन व संरक्षण का कार्य किया है।हमारी ठाकुर बांके बिहारी महाराज से यह प्रार्थना है कि वे चिरायु हों और आजीवन धर्म के प्रति समर्पण भाव से कार्य करते रहें।
मोर कुटी आश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी परमेश्वरदास त्यागी महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद शास्त्री महाराज ने कहा कि प्रख्यात भागवताचार्य पण्डित चतुर नारायण पाराशर महाराज के द्वारा संचालित श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के द्वारा श्रीधाम वृन्दावन के अलावा समूचे देश में जो सेवा प्रकल्प चलाए जा रहे हैं,उनसे निर्धन, निराश्रित, असहाय व दिव्यांग आदि लाभान्वित हो रहे हैं।
संत-विद्वत सम्मेलन में महामंडलेश्वर स्वामी राधाप्रसाद देव जू महाराज, महंत मोहिनी शरण महाराज, आचार्य नेत्रपाल शास्त्री, महंत सुंदरदास महाराज,दिल्ली के प्रमुख समाजसेवी केवलराम कपूर, आचार्य शिवम साधक महाराज, डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित राधावल्लभ वशिष्ठ, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने किया। डॉ. चतुर नारायण पाराशर महाराज ने सभी संतों, विद्वानों एवं धर्माचार्यों का आभार व्यक्त किया।
वानप्रस्थ धाम के व्यवस्थापक पंडित पवन पाराशर ने बताया कि महोत्सव के अंतर्गत नित्यप्रति श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ यंत्रार्चन एवं श्रीमद्भागवत मूल पारायण आदि के कार्यक्रम चल रहे हैं।इसके अलावा आश्रम में 16 जून 2024 को श्रीराम राजा सरकार की दिव्य प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।
इस अवसर पर श्रीराधा माधव सेवा संस्थान ट्रस्ट के द्वारा महामंडलेश्वरों, श्रीमहंतो एवं विद्वानों आदि का सम्मान भी किया गया। तत्पश्चात संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा हुआ।जिसमें असंख्य व्यक्तियों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न संतों-विद्वानों एवं समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा डॉ. चतुर नारायण पाराशर का सम्मान व अभिनंदन किया गया।