जयराम विद्यापीठ कुरुक्षेत्र में दुर्गा अनुष्ठान व मां दूर्गा के विभिन्न स्वरूपों का हुआ पूजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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दुर्गा की शरण में होता है दुश्मनों का विनाश : आचार्य लेखवार।
कुरुक्षेत्र, 25 सितम्बर : देशभर में फैली जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ में नवरात्रों के अवसर पर विद्वान ब्राह्मणों द्वारा निरंतर दुर्गा अनुष्ठान एवं पूजन किया जा रहा है। अनुष्ठान के चौथे दिन यजमान परिवार के सदस्यों ने पूजन करवाया। नौ दिवसीय दुर्गा अनुष्ठान के अवसर पर आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री ने बताया कि मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है। दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए दुर्गा अनुष्ठान का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि दुर्गा अनुष्ठान को सनातन धर्म में बेहद शक्तिशाली वर्णित किया गया है। इस अनुष्ठान से बिगड़े हुए ग्रहों की स्थिति को सही किया जा सकता है और सौभाग्य इस विधि के बाद साथ देने लगता है। आचार्य लेखवार ने बताया कि वेदों में दुर्गा अनुष्ठान की महिमा के बारे में यहां तक बोला है कि अनुष्ठान के बाद दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। इस अनुष्ठान को भगवान श्री गणेशजी, भगवान शिव शंकर, नव ग्रह और नव दुर्गा (देवी) को समर्पित करने से मनुष्य जीवन धन्य होता है। इसी अवसर पर चौथे दिन अनुष्ठान के उपरांत कन्या पूजन किया गया। इस अवसर पर के के कौशिक एडवोकेट, श्रवण गुप्ता, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक, यशपाल राणा इत्यादि भी मौजूद थे।