प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों ने बड़ी श्रद्धा के साथ चंद्रशेखर आजाद को स्मरण किया

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों ने चंद्रशेखर आजाद को याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कुरुक्षेत्र, 27 फरवरी : देश के विभिन्न राज्यों से घरों से निकाले गए एवं अपनों द्वारा ठुकराए गए बुजुर्गों को आश्रय दे रहे प्रेरणा वृद्धाश्रम में गुरुवार को मां भारती के महान सपूत चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर बड़ी श्रद्धा के साथ स्मरण किया गया। प्रेरणा वृद्धाश्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद को नगर के गणमान्य नागरिकों एवं सभी बुजुर्गों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर वृद्धाश्रम के प्रांगण में स्थित शहीदी स्मारक पर देश के महान शहीदों को पुष्पांजलि भी अर्पित की गई। वंदे मातरम के नारों से पूरा वृद्धाश्रम परिसर गुंजायमान हो उठा। कार्यक्रम में वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा कि जो देश अपने क्रांतिकारी वीरों को भुला देता है उस देश का अधिक समय तक अस्तित्व नहीं रह सकता है। इसलिए सभी भारतवासियों का फर्ज बनता है कि उन महान क्रांतिकारी योद्धाओं को हमेशा स्मरण रखा जाए जिनकी कुर्बानी की वजह से हमें आज आजादी के इस वातावरण में सांस लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर विशेष रूप से पानीपत से पधारे कमलेश पालीवाल ने देशभक्ति के कई मधुर गीतों से शहीदों को याद किया। मंच संचालन करते हुए हरकेश पपोसा ने कहा कि प्रेरणा वृद्धाश्रम में देश के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल वीर क्रांतिकारियों को हमेशा याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। संस्था की अध्यक्षा रेनू खुंगर ने कहा कि देश पर अपनी जान कुर्बान करने वालों को सच्चा भारतीय भुला नहीं सकता है तथा उनको याद कर अपना मस्तक श्रद्धा से झुकाता है। इस अवसर पर आशा सिंगला, शिल्पा सिंगला, आराध्या सिंगला, आश्वी सिंगला, बेबी जहान, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, बलविंदर कौर, सीता, सरला, शकुंतला, सुरक्षा, चरणजीत, अश्विनी, जोगिंदर, बलदाऊ श्रीवास्तव, चंद्रकांत डी ठक्कर, पंकज मेहता व विजय अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए एवं चंद्रशेखर आजाद के जीवन पर विचार व्यक्त करते हुए।