जांजगीर-चांपा, 05 अक्टूबर, 2021/ कृषि विज्ञान केन्द्र जांजगीर द्वारा जिले के विकासखंड जैजैपुर के ग्राम भोथिया में आज कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया । संगोष्ठी में सरपंच श्री बोधराम चंद्रा सहित 60 कृषकों ने हिस्सा लिया। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख श्री राजीव दीक्षित ने कृषकों को संबोधित करते हुए कृषकों को कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों से रूबरू कराया। उन्होंने किसानों से समस्या पूछी तथा केन्द्र में संचालित सीड हब योजना की जानकारी दी। जिसके अंतर्गत रबी मौसम में दलहनी फसलों के बीज केन्द्र से प्राप्त कर बीजोत्पादन प्रोग्राम में भाग ले जिससे केन्द्र उनके उत्पादों को खरीद सके। कृषकों ने तना छेदक, शीथ ब्लाइट व पेनिकल माइट की समस्या के साथ भूरा माहो से निजात दिलाने हेतु उपाय पूछे। केन्द्र के वैज्ञानिक शशिकांत सूर्यवंशी ने कीट रोग व्याधि से बचाव हेतु बुआई के तरीकों में परिवर्तन की बात कही और कतार बोनी अपनाने प्रेरित किया। उन्होंने बीजों को बाविस्टिन 2.5 ग्राम/किलो. बीज की दर से उपचारित कर बोने की बात कही, साथ ही साथ थरहा को क्लोरोपायरीफास 20 प्रतिशत EC से उपचारित कर रोपाई करने पर जोर डाला। केन्द्र के कीट वैज्ञानिक रंजीत मोदी ने तना छेदक कीट से बचाव हेतु फेरोमेन ट्रेप अपनाने की बात कही या कार्टेप हाइड्रोक्लोराइड 50wp 500 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने कहा। शीथ ब्लाइट जिसमें पौधा नीचे से गलना प्रारंभ होता है उसके बचाव के लिए प्रोपिकोनाजोल 25 प्रतिशत या हेक्जाकोनाजोल 5 प्रतिशत 1ली. पानी की दर से व पेनिकल माइट से बचाव हेतु प्रोपेरगाइट 57 प्रतिशत 40उस ml / स्प्रेयर छिड़कने की सलाह कृषकों को दी। 1 एकड़ मे 150-200 ली. पानी व लगभग 10 स्प्रेयर दवा उपयोग करने की अनुशंसा की। कृषकों को चूहे से बचाव की भी जानकारी प्रदान की गई। भूरा माहो से बचाव हेतु यूरिया का कम प्रयोग व इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत तथा थायोमेथोक्जाम नामक दवा का प्रयोग करने की सलाह दी।
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