गौसगंज विवाद: मुस्लिम महिलाओं ने घेरा कलेक्ट्रेट और एसएसपी कार्यालय
दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : गौसगंज में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद, गाँव की मुस्लिम महिलाएं न्याय की गुहार लगा रही हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना शाही में मुकदमा अपराध संख्या 217/2024, सरकार बनाम अब्दुल आदि धाराओं में दर्ज किया था।
मंगलवार को ग्राम गौसगंज की महिलाएं एसएसपी और जिलाधिकारी से मिलने पहुंची। उन्होंने कहा ग्राम गौसगंज की मुस्लिम आबादी में लगभग 40-45 घर हैं, जिसमें से 70-75 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके परिणामस्वरूप, गाँव की कई मुस्लिम महिलाओं को उनके घरों से बाहर कर दिया गया है। इन महिलाओं का कहना है कि वे अपने घरों में लौटना चाहती हैं, लेकिन पुलिस उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रही है।
अब गाँव की मुस्लिम महिलाएं अपने घरों में सुरक्षित वापस जाने की मांग कर रही हैं। वे चाहती हैं कि प्रशासन इस मामले में जल्द हस्तक्षेप करे और उन्हें न्याय दिलाए। फिलहाल, प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। प्रभावित महिलाओं ने कई बार एसएसपी को लिखित प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। महिलाओं ने जिलाधिकारी से अपील की है कि उन्हें उनके घरों में सुरक्षित वापस भेजा जाए।
गौसगंज में हिंदू-मुस्लिम झड़प के दौरान एक युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रशासन ने इस घटना के बाद आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया और गाँव को छावनी में तब्दील कर दिया था। पुलिस ने विवाद में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।