वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने लिखी है जीवन के अनुभवों पर आधारित पुस्तक।
पलवल : हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने बृहस्पतिवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा की पुस्तक ‘जिन्दगी सौ बटा सौ’ का विमोचन किया। उन्होंने प्रोफेसर ज्योति राणा की रचनाओं की सराहना करते हुए कहा कि इनमें मनुष्य जीवन के सुखद एहसास झलक रहे हैं। जीवन में उत्साह जगाए रखने के लिए ऐसा रचनात्मक लेखन बहुत जरूरी है। महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा को उनकी नई पुस्तक के लिए बधाई दी और भविष्य में भी मनुष्य जीवन के सकारात्मक पहलुओं पर लिखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने प्रोफेसर ज्योति राणा की पुस्तक में अभिव्यंजन शिल्प को उत्कृष्ट बताया।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने भी पुस्तक के विमोचन पर कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि जीवन के आयामों को ‘जिन्दगी सौ बटा सौ’ पुस्तक एक नए परिपेक्ष्य में देखती है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने प्रोफेसर ज्योति राणा के लेखन को सरसता का स्रोत बताते हुआ कहा कि इस पुस्तक को पढ़ने वाले अवश्य ही विभोर होंगे।
इससे पूर्व प्रोफेसर ज्योति राणा 12 टेक्स्ट बुक और 4 काव्य पुस्तकें लिख चुकी हैं। उन्होंने बताया कि ‘जिंदगी सौ बटा सौ’ में विविध पहलुओं पर 51 गद्य हैं। प्रोफेसर ज्योति राणा ने पुस्तक के विमोचन के लिए महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय और कुलपति डॉ. राज नेहरू के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उन्होंने कहा कि इस उत्साहवर्धन से भविष्य में और अधिक सार्थक लिखने की प्रेरणा मिलेगी। प्रोफेसर ज्योति राणा एवं उनके पति सीए सुनील राणा ने महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय और कुलपति डॉ. राज नेहरू को स्मृति चिन्ह एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मूर्धन्य कवि दिनेश रघुवंशी, सेवानिवृत डीसीपी रमेश पाल, उद्योगपति हेम सिंह राणा, उद्योगपति जितेन्द्र राणा, एडवोकेट राजीव राणा और अभय सिंह सहित कई सामाजिक विभूतियां उपस्थित रहीं।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा की पुस्तक ‘जिन्दगी सौ बटा सौ’ का विमोचन करते राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय।