रुड़की
स्टोरी :-रुड़की में बिना फायर एनओसी के संचालित हो रहे होटल
एंकर-रुड़की क्षेत्र में सेकड़ो की संख्या में होटल बने है लेकिन बात करे तो नियमो के अनुरूप एक दर्जन होटल भी संचालित नही हो रहे है।
आपको बता दे आज हम बात कर रहे है रुड़की क्षेत्र में बने होटलों की जहाँ हमारे संवाददाता सुनील पटेल होटलों की जानकारी लेने के लिए फायर ऑफिस गए तो देखा कि रुड़की में सेकड़ो होटल होने के बावजूद मात्र 8 होटल ऐसे ही जिनके द्वारा फायर की एनओसी को लिया गया है जबकि नय होटल हो या पुराने सभी को फायर की एनओसी लेना अनिवार्य होता है लेकिन रुड़की में यह होटल किसी बड़े हादसे को न्यौता देने का काम कर रहे है क्योंकि अधिकतर होटलों के अंदर रेस्टोरेंट होने के कारण किचन बने है और सिलेण्डर आदि भी होटल के अंदर उपलब्ध होते है कभी भी कोई घटना घटित हो है तो फायर ऑफिस को कॉल किया जाता है।
सवाल यह भी खड़ा होता है कि रुड़की बने इन सेकड़ो होटलों में अधिकतर होटल नेताओ के है जिसमे पूर्व में रहे विधायक हो या वर्तमान में सत्ताधारी विधायक की बात करे तो यह नेता भी नियमो को ताक पर रख कर होटल को संचालित करा रहे है अब देखना यह होगा कि जिस तरह से सैकड़ो की तादाद में बने होटलो में मात्र 8 होटलो पर फायर की एनओसी है अगर शहर के अंदर कोई बड़ी घटना घटित हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कोंन होगा।
वही फायर स्टेशन इंचार्ज का कहना है कि वह नोटिस भेज देते है उसके बाद भी कोई नही आता एनओसी के लिए फिर वह एप्लिकेशन बना कर उच्चाधिकारियों को भेज देते है।
बाइट-देवेंद्र नेगी, फायर इंचार्ज रुड़की