*देश पर मर मिटना ही सबसे बड़ा पराक्रम है,,,,,, ज्योति सिंह
अररिया
रामगंगा हॉस्टल में पराक्रम दिवस पर कार्यकारी निदेशक ज्योति सिंह ने नेताजी के 125 वे जन्मदिवस पर नेताजी के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया तथा उनकी आरती अर्चना भी की और अपना विचार रखते हुए कहा कि उनका सहयोग जो इस भारत के आजादी के लिए महत्वपूर्ण है| उनका बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा|उनके नेतृत्व में बनाई गई सेना आजाद हिंद फौज जिसने आजादी के जश्न में बढ़-चढ़कर अपनी खून की नदियां बहा कर हिस्सा लिया और हमें एक आजाद हिंद दीया| और अब इसे बचाए रखना और अपने देश की सेवा करना ही सबसे बड़ा पराक्रम है यह संदेश हमें जन-जन तक पहुंचाना चाहिए|