वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
प्रेरणा वृद्धाश्रम में आयोजित किया गया झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के जीवन पर भव्य कार्यक्रम।
कुरुक्षेत्र, 19 दिसम्बर : प्रेरणा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के सहयोग से समय समय पर देश के महापुरुषों के जीवन पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने बताया कि वृद्धाश्रम में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर जहां बुजुर्गों के अनुभवों एवं ज्ञान का लाभ उठाया जाता है वहीं बच्चों तथा युवाओं को भी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को वृद्धाश्रम में झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती बड़े हर्षोल्लास तथा उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बच्चों की प्रतिभा भी देखते ही बनती थी। एक छोटी सी बच्ची आश्वी सिंगला को झांसी की रानी बनकर जोश से सुंदर प्रदर्शन देखकर सभी आश्चर्यचकित हो उठे। छोटी बच्ची ने अपने प्रदर्शन के बाद झांसी की रानी के जीवन पर कविता भी सुनाई और तलवारबाजी का प्रदर्शन भी किया। प्रेरणा वृद्धाश्रम के संस्थापक एवं संचालक डा. जय भगवान सिंगला ने कहा की झांसी की रानी वह महान योद्धा थी जिसने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए। जिन अंग्रेजों के साम्राज्य में सूर्यास्त नहीं होता था झांसी की रानी ने उनको ललकारा और अपनी तलवार के वार से कई बार हराया। झांसी की रानी ने फिरंगियों के आगे कभी घुटने नहीं टेके और विकेट से विकट स्थिति में भी दुश्मनों के दांत खट्टे किए। कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर वृद्धाश्रम में मौजूद सभी लोगों ने मंदिर में प्रभु दर्शन करने के उपरांत शहीदी स्मारक पर देश के शहीदों को श्रद्धा पुष्प अर्पित किए। झांसी की रानी लक्ष्मी बाई की मधुर स्मृति में भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर बोलते हुए वृद्धाश्रम की बुजुर्ग क्षमा मल्होत्रा ने कहा कि मैंने आजीवन स्कूल में शिक्षक के नाते सेवाएं दी हैं और वहां बच्चों को जब हम झांसी की रानी का पाठ पढ़ाते थे तो सभी के रोंगटे खड़े हो जाते थे। बच्चे झूमते हुए गाते थे, खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी। प्रेरणा संस्था की अध्यक्षा रेणु खुंगर ने कहा कि हम प्रतिवर्ष भारत मां की वीरांगना बेटी झांसी की रानी को स्मरण करते हैं और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। इस अवसर पर आशा सिंगला, डा. ममता सूद, अनीता रामपाल, हरिकेश पपोसा, उषा सच्चर, बलविंदर कौर, सीता, चरणजीत कौर, शकुंतला, सुरक्षा, मंगत सिंह, अश्विनी अग्रवाल, जोगिंदर, बी. श्रीवास्तव, चंद्रकांत डी. ठक्कर, पंकज मेहता, विजय अग्रवाल, कश्मीरी लाल जैन व नन्द लाल गुप्ता इत्यादि भी मौजूद रहे।
प्रेरणा वृद्धाश्रम में झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई का उदघोष करते हुए बुजुर्ग एवं झांसी की रानी की प्रस्तुति देने वाली नन्हीं बालिका आश्वी।