Uncategorized

मिशन सेमीकंडक्टर में भूमिका निभाएगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय

राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, भोपाल और एसवीएसयू के बीच हुआ समझौता ज्ञापन।

पलवल, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, भोपाल के बीच समझौता ज्ञापन हुआ है। दोनों संस्थान मिल कर तकनीक के क्षेत्र में शोध और नवाचार पर काम करेंगे। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में दोनों संस्थानों का मुख्य फोकस रहेगा। भविष्य में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सेमीकंडक्टर से संबंधित प्रोग्राम को विशेष वरीयता देगा। इसी के दृष्टिगत यह समझौता ज्ञापन हुआ है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार की उपस्थिति में कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा और राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में जल्दी ही एक बड़ी क्रांति आने वाली है। भारत इसकी एक बड़ी हब बनने जा रहा है। सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए बड़ी संख्या में कुशल एवं प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता पड़ेगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय यह भूमिका निभाने को तैयार है। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान की विशिष्टताओं का लाभ श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को मिलेगा। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि दोनों संस्थान अपने विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के बीच प्रभावी आदान-प्रदान करेंगे। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विभिन्न बैच को औद्योगिक प्रशिक्षण एवं प्रमाणन प्रदान करेगा। उद्योग विशेषज्ञों की विशिष्टताओं को भी दोनों संस्थान साझा करेंगे। पाठ्यक्रम निर्माण से लेकर विद्यार्थियों की इंटर्नशिप तक विविध आयामों पर दोनों संस्थानों की परस्पर साझेदारी होगी। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने इस समझौता ज्ञापन के लिए राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी को बधाई दी और मिलकर तेजी से काम को आगे बढ़ाने की इच्छा जताई। निदेशक प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी ने कहा कि यह केवल औपचारिकता मात्र नहीं है, बल्कि बहुत तीव्रता से दोनों संस्थान काम करेंगे। सेमीकंडक्टर से लेकर अन्य सभी तकनीकी आयामों पर काम होगा और इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने इस साझेदारी के लिए प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी का आभार ज्ञापित किया। इंडस्ट्री रिलेशन्स एन्ड एलुमनाई अफेयर्स की डायरेक्टर एवं उपकुलसचिव चंचल भारद्वाज ने इस समझौते को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे दोनों संस्थानों के बीच सार्थक साझेदारी बढ़ेगी। इस अवसर पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. शिव कुमार, एसवीएसयू के अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह, अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़, ग्रीन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. सुनील कुमार गर्ग, अधिष्ठाता प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह, राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर रणजीत सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सुरेश कुमार, प्रोफेसर डीवी पाठक, इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के उप निदेशक अमीष अमेय, डीटीपीओ डॉ. विकास भदौरिया एवं उप निदेशक डॉ. वैशाली महेश्वरी भी उपस्थित थे।
समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान करते राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी एवं एसवीएसयू की कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Compare Listings

Title Price Status Type Area Purpose Bedrooms Bathrooms
plz call me jitendra patel