कुरुक्षेत्र जयराम विद्यापीठ में नवरात्रों पर नारी शक्ति एवं कन्या सम्मान की शपथ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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विद्यापीठ में नवरात्रों में दुर्गा सप्तशती पाठ व शतचंडी अनुष्ठान।
कुरुक्षेत्र, 28 सितम्बर : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ की मुख्य यज्ञ शाला में शारदीय नवरात्र के अवसर पर चल रहे दुर्गा सप्तशती पाठ व शतचंडी अनुष्ठान के तीसरे दिन माँ भगवती के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा का आह्वान कर विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया गया। इस मौके पर यजमान परिवार के सदस्यों द्वारा संत महापुरुषों के सान्निध्य में मंत्रोच्चारण के पूजन किया गया। सेवक रोहित कौशिक ने पूजन उपरांत कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति नारी के सम्मान की संस्कृति है। पुरुषों के बराबर उसे आदर-सम्मान दिया जाता है, परंतु दुर्भाग्य है कि नारी के प्रति आदरभाव को लोग भूल गए और उस पर अत्याचार करने लगे हैं। उन्होंने कहाकि नारी के प्रति सम्मान रखने के लिए हमें अपने घर-परिवार से शुरुआत करनी पड़ेगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से नवरात्रों पर नारी शक्ति एवं कन्या सम्मान की शपथ भी दिलाई। आचार्य प. रणबीर भारद्वाज ने बताया हमारे शास्त्रों में मातृशक्ति की आराधना के लिए यह 9 दिन विशेष दिए गए हैं। नवरात्र नारी शक्ति के आदर और सम्मान का उत्सव है। यह उत्सव नारी को अपने स्वाभिमान व अपनी शक्ति का स्मरण दिलाता है, साथ ही समाज के अन्य प्राणियों को भी नारी शक्ति का सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहाकि हीन मानसिकता का परिणाम है, नारी जितनी अधिक आगे बढ़ रही है। स्थान-स्थान पर उसे गुलाम बनाकर रखने का आकर्षण भी बढ़ रहा है। ऐसे में नारी को बहुत अधिक संघर्ष करना पड़ रहा है। आचार्य रणबीर ने कहा कि नारी के प्रति संवेदनाओं में विस्तार होना चाहिए। जिस तरह हम नवरात्रों में माँ भगवती के अनेक स्वरूपों का पूजन करते हैं, उनका स्मरण करते हैं, उसी प्रकार नारी के गुणों का हम सम्मान करें। हमारे घर में रहने वाली माता, पत्नी, बेटी, बहन- इन सब में हम गुण ढूंढें। उन्होंने ने बताया माँ दुर्गा दुखों का नाश करने वाली देवी है। इसलिए नवरात्रों में जब उनकी पूजा आस्था, श्रद्धा से की जाती है तो उनकी नौ शक्तियां जागृत होकर नौ ग्रहों को नियंत्रित कर देती हैं। फलस्वरूप प्राणियों का कोई अनिष्ट नहीं हो पाता। इस अवसर पर के के कौशिक एडवोकेट, राजेंद्र सिंघल, श्रवण गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, यशपाल राणा, प्रवेश राणा, जितेंद्र शर्मा, सतबीर कौशिक इत्यादि भी मौजूद थे।
जयराम विद्यापीठ में दुर्गा पूजन एवं पाठ करते हुए श्रद्धालु।