हसानह गर्ल्स कॉलेज तिलकोबाड़ी, फरकिया के परिसर में एक दिवसीय भव्य कार्यक्रम,
कारवाने-इत्तेहाद व भाईचारा कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ आयोजन
देश को भाईचारे की इस समय सख्त जरूरत,,,,,,,मंत्री
नीतीश सरकार का दृष्टिकोण न्याय के साथ विकास,,,,,,,, मुफीजुद्दीन अल रियाज़ी
अररिया
हसनह गर्ल्स कॉलेज तिलकोबाड़ी, फरकिया के परिसर में हसनह एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा बीते शाम शनिवार से देर रात तक चले शेरशाहबादी के कल्याण के लिए समर्पित मोहम्मद मोफीजुद्दीन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम”कारवाने-इत्तेहाद वा भाईचारा कॉन्फ्रेंस ” का आयोजन हुआ। इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य हमारे समाज में भाईचारे को बढ़ावा देना, और शेरशाहबादी समाज के उत्थान व विकास के लिए आवाज उठना व उठाना है। इस सम्मेलन में कई दिग्गज नेताओं और विद्वानों ने भाग लिया और अपनी महत्पूर्ण शब्दों को साझा किया। मौक़े पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप में मो० जमॉ खान (अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री, बिहार), डॉक्टर खालिद अनवर (स. वि. प. जदयू), फिरोज आलम नदवी (चेयरमैन फैसल एजुकेशनल सोसाइटी, सुपौल), डॉक्टर सईदुर रहमान (प्रतिनिधि जिला पार्षद रानीगंज अररिया) आदि ने संबोधित किया। मौक़े पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान साहब ने कहा कि देश को इस समय भाईचारे की सख्त जरूरत है, इसलिए किसी के बहकावे में नहीं आएंगे ,हमेशा देश और राज्य में अमन चैन के लिए आप लोग प्रयास भी करेंगे और दुआ भी करते रहेंगे। वहीं अब्दुल अलीम नदवी शिक्षक हसनह गर्ल्स कॉलेज ने संबोधित करते हुए कहा कि सवतंत्रता संग्राम में मुसलमानों की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता, इसी तरह शेरशाहबादी एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी इनामुल हक़ मदनी ने उपस्थित लोगों से कहा कि आप धरती पे रहने वाले पे रहम करें, आप पे ऊपर वाला रहम करेगा। उसके बाद चेयरमैन हसनः एजूकेशनल ट्रस्ट मोहम्मद मुफिजुद्दीन अल रियाजी ने आए हुए तमाम मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे बिहार के अमन-शांति को बनाए रखने और बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार का पद पर बने रहना अति आवश्यक है। नीतीश कुमार जब तक बिहार में है, बहार ही बहार रहेगी। नीतीश सरकार का दृष्टिकोण न्याय के साथ विकास भी है है। वहीं फिरोज आलम नदवी, सुपौल ने कम समय में बहुत कीमती बातें की। उन्होंने कहा कि नेक काम के लिए हमेशा सतत प्रयास करते रहना चाहिए। ऑल बिहार शेरशाहबादी एसोसिएशन के चेयरमैन डॉक्टर सईदुर रहमान ने कहा इस पिछड़े इलाके के लोग पहले से मुत्तहिद थे और मुत्तहिद रहेंगे।वही एमएलसी
डॉक्टर खालिद अनवर ने कारवां-ए-इतेहाद व भाईचारा कॉन्फ्रेंस के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि हमे सही प्रतिनिधि (नीतिश कुमार) का साथ देना चाहिए। समाज में नफरत को खत्म करना होगा, और लोगों के सामने अच्छे अखलाक दिखाना होगा, मोहम्मद जमा खान ने नीतिश सरकार के नीति के बारे में बताते हुए कहा कि हमारी सरकार सामाजिक भाईचारे पे विश्वास करता है और अंत में एक पंक्ति कहते हुए अपनी बात खत्म की, ना पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है ,अभी तो सफर का इरादा किया है, ना हारूंगा हौंसला उम्र भर ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है।उन्होंने कहा कि जिस तरह हम अपने मस्जिद की एहतराम करते हैं उसी तरह हम अपने देश के दूसरे भाई के पूजा स्थलों का एहतराम करना चाहिए। सबके साथ खुश इखलाकी से पेश आएं। कार्यक्रम में
निजामत की जिम्मेदारी अब्दुल समद नदवी ने दिलकश अंदाज में अंजाम दिया। इस अवसर पर मेजर इकबाल, दानिश खान, तौसीफ आलम, इस्माइल, युसूफ अली, इलियास सल्फी, नदीम अख्तर, आदि के अलावा और भी बहुत सारे बुद्धिजीवियों ने शिरकत की। इसी तरह मीडिया के बहुत से लोग खासकर अलाउद्दीन खान, साजिद भाई, अब्दुल गनी, असरार आदिल, अफरोज मासूम, मो माजिद, जसीमुद्दीन, क़मर भाई, मोहम्मद मजीद, हम्माद हैदर, चंदन कुमार, मुनव्वर आलम, महबूब रुस्तम, इसके अलावा ढेर सारे लोग मौजूद रहे।