ओंकार ही साधना का मुख्य आधार है : समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
मुरथल : समर्थगुरु की कृपा से कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) में 28 जून 2025 को आचार्य दर्शन जी द्वारा नाद दीक्षा धूम-धाम से संपन्न हुई।
ध्यान योग कार्यक्रम 27-29 जून तक आचार्य सुभाष, मां साक्षी जी, आचार्य जितेंद्र हांडा के कुशल नेतृत्व में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
सभी साधकों ने नाद श्रवण कर के उत्साह पूर्वक खूब उत्सव मनाया और समर्थगुरु देव के प्रति धन्यवाद भाव से भर गए। समर्थगुरु धारा, हिमाचल प्रदेश के स्टेट कोऑर्डिनेटर, आचार्य कुंजबिहारी और समर्थगुरु धारा, हिमाचल प्रदेश के स्टेट कोऑर्डिनेटर, आचार्य डॉ. सुरेश मिश्रा ने सभी साधकों को नाद दीक्षा मिलने की बधाई दी। सभी आचार्य, आयोजक एवं साधक मित्रो को बहुत बहुत धन्यवाद किया।
ट्विटर के माध्यम से समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया ने बताया कि जगत से सुख मिलेगा, यह दशा तुम्हारी, यह चाह तुम्हारी या यह आशा तुम्हारी, इसी का नाम तृष्णा है। जगत में हम सोचते हैं, सुख है, मगर वह है नहीं।