प्रदेश में फ़िर पेपर ‘लीक’ से सनसनी


उत्तराखंड देहरादून
प्रदेश में फ़िर पेपर ‘लीक’ से सनसनी!
सागर मलिक
*जैमर के बावजूद स्नातक स्तरीय परीक्षा के तीन पेज ‘लीक’

आयोग ने जांच बैठाई,बॉबी पंवार से पूछताछ
सुनें, कथित ऑडियो, 15 लाख में बेरोजगारों को ठगने सम्बन्धी*
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है।
रविवार को परीक्षा शुरू होने के कुछ ही देर बाद पेपर लीक होने का दावा सामने आया, जिससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लग गए हैं। इधऱ, एसओजी हरिद्वार ने बॉबी पंवार के सोशल मीडिया में उठाये सवालों पर पूछताछ की है। इससे राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
रविवार की दोपहर लगभग 12 बजे सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित पेपर के स्क्रीनशॉट ने अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया।
गौरतलब है कि शनिवार को विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह रावत और उसके सहयोगी पंकज गौड़ को देहरादून से गिरफ्तार किया है। एक ऑडियो भी वॉयरल हो रहा है जिसमें कोटद्वार के एक अभ्यर्थी से 15 लाख में चयन करवाने का दावा किया जा रहा है,
आयोग ने माना, पेपर के तीन पन्ने बाहर आए
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन गणेश शंकर मर्तोलिया ने हाल ही में पेपर लीक मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि परीक्षा के प्रश्न पत्र से जुड़े तीन पन्ने बाहर आए हैं। हालांकि, शुरुआती जांच में यह पन्ने पढऩे योग्य नहीं पाए गए। चेयरमैन मर्तोलिया ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे, जिससे यह सवाल उठता है कि इतने सुरक्षा उपायों के बावजूद ये पन्ने बाहर कैसे आए। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की गहन जांच के लिए आयोग स्तर पर उच्च स्तरीय बैठक चल रही है और विभिन्न पहलुओं की विस्तार से समीक्षा की जा रही है।
बॉबी पंवार का सनसनीखेज दावा
उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष और बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार ने फेसबुक पर दावा किया कि परीक्षा का पेपर शुरू होते ही बाहर आ गया था। उन्होंने कहा कि हर बार पेपर लीक कैसे हो जाता है? सरकार और आयोग जवाब दें। पंवार ने वायरल स्क्रीनशॉट का हवाला देते हुए तत्काल जांच की मांग की।
बेरोजगार संघ की चेतावनी थी पहले से
बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि संघ ने पहले ही प्रशासन को पेपर लीक की आशंका जताई थी। उन्होंने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इतनी सतर्कता के बावजूद पेपर बाहर आना सरकार और आयोग की नाकामी है। संघ ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और भविष्य में पुख्ता इंतजाम की मांग की।
पेपर ‘लीक’ का पुराना इतिहास
हाकम सिंह रावत पहले भी कई बड़े पेपर लीक मामलों में शामिल रहा है। 2021 की स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा भर्ती और सचिवालय रक्षक भर्ती में उसका नाम सामने आया था। जमानत पर रिहा होने के बावजूद उसका नेटवर्क सक्रिय रहा। सूत्रों के मुताबिक, उसका गैंग प्रिंटिंग प्रेस से लेकर कुछ अधिकारियों तक फैला हुआ है। एसटीएफ को उम्मीद है कि पूछताछ में और बड़े खुलासे होंगे।
सरकार पर दबाव, अभ्यर्थियों का गुस्सा
पेपर लीक की खबर से अभ्यर्थियों में गुस्सा है। देहरादून के एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचे अभ्यर्थी राहुल ने कहा कि हम दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन नकल माफिया और प्रशासन की लापरवाही हमारा भविष्य बर्बाद कर रही है। सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही पेपर लीक मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति दोहरा चुके हैं। अब देखना यह है कि इस नए मामले में सरकार क्या ठोस कदम उठाती है। फिलहाल एसटीएफ ने जांच तेज कर दी है और डिजिटल व फिजिकल साक्ष्यों की पड़ताल की जा रही है,
पेपर शुरू होते ही कैसे पहुंचा बाहर?
अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद ही कथित प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सवाल यह है कि इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद यह कैसे संभव हुआ।
हाकम सिंह का नेटवर्क और बड़ा खेल
हाकम सिंह पहले भी भर्ती परीक्षाओं को बिगाडऩे में कुख्यात रहा है। उसका नेटवर्क प्रिंटिंग प्रेस से लेकर अधिकारियों तक फैला बताया जाता है। उसकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ को कई और बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है।
स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक का आरोप
नकल माफिया हाकम सिंह और पंकज गौड़ गिरफ्तार
बॉबी पंवार ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए,
बेरोजगार संघ ने पहले ही जताई थी आशंका
अभ्यर्थियों में गुस्सा, सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा मुद्दा
बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार से पूछताछ
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की ग्रुप-C परीक्षा का पेपर लीक प्रकरण में हरिद्वार एसओजी ने बेरोजगार संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार से पूछताछ की।
सूत्रों के मुताबिक बॉबी पंवार एक कार्यक्रम में शामिल होने हरिद्वार पहुंचे थे, जहां से एसओजी टीम उन्हें अपने कार्यालय ले गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रश्नपत्र से जुड़े फोटो और ऑडियो बॉबी तक कैसे पहुंचे और उनकी सच्चाई क्या है। बॉबी से पूछताछ के भी सोशल मीडिया में विरोध हो रहा है।
करन माहरा का आरोप: “हाकम सिंह का गॉडफादर कौन?”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पेपर लीक मामले को लेकर भाजपा पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का संरक्षण प्राप्त नकल माफिया हाकम सिंह बार-बार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है। आखिर किसकी शह पर यह सिलसिला जारी है और कौन है वह हाकिम जो हाकम सिंह का गॉडफादर बनकर उसके नेटवर्क को पनपने दे रहा है?