अवैध डेयरियों से शहर में जीना दूबर, दुर्गंध और जल भराव से लोग हुए बेहाल

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : स्मार्ट सिटी बरेली की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में अवैध रूप से संचालित डेयरियों ने आम लोगों का जीना दूबर कर दिया है, शहर में बरसों पहले शुरू हुई डेयरियां हटाने की योजना स्मार्ट सिटी बनाने के दौर में कभी कभार नोटिस जारी करने और जुर्माना वसूलने तक सिमटकर ही रह गई है। इन डेयरियों की वजह से तमाम मोहल्लों में नालियां जाम पड़ी हैं और सड़कों पर पानी भरा हुआ है। लोगों की जिंदगी में स्थाई रूप से दुर्गंध बनी रहती है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार शहर में घनी आबादी के बीच चल रही डेयरियों की संख्या करीब 710 तक पहुंच चुकी है। दो साल पहले तक शहर में करीब चार सौ डेयरियां थीं लेकिन नगर निगम के अधिकारी न पुरानी डेयरियों को शिफ्ट करा पाए न नई डेयरियां खुलने से रोक पाए। इसी वजह से दो साल के अंदर उनकी संख्या दोगुने के करीब पहुंच चुकी है। नगर निगम अब डेयरियों को नोटिस देने और जुर्माना वसूल कर रहा है। इसी साल अवैध डेयरियां बंद करने के लिए करीब 138 लोगों को नोटिस भेजे गए हैं लेकिन नतीजा पूरी तरह शून्य रहा और एक भी डेयरी बंद नहीं हो सकी। इसको लेकर नगर निगम द्वारा केवल नोटिस जारी कर चुप्पी साध लेने का सिलसिला कई सालों से चल रहा है। हालत ये है कि स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में आने वाले कालीबाड़ी, रामपुर बाग, सिकलापुर, आजमनगर और नौमहला में भी तमाम डेयरियां चल रही हैं। इनकी वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। शहर की तमाम संकरी गलियों के रास्ते और नालियां गोबर से पटी हुई हैं। उप नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नैन सिंह का कहना है कि डेयरी चलाने वालों को नोटिस दिया जा रहा है। जल्द उनके खिलाफ अभियान भी चलाया जाएगा। शहर के कई इलाकों में अवैध डेयरियों की भरमार है। जिनमें संजयनगर, इज्जतनगर, सुभाषनगर, बानखाना, गुलाबनगर, सुर्खा, चौधरी मोहल्ला, पुराना शहर, चौपुला, मढ़ीनाथ, सिकलापुर, कालीबाड़ी, आजमनगर, चक महमूद, कटरा चांद खां,जगतपुर, हरूनगला, मुंशीनगर में सैकड़ों डेयरियां चल रही हैं। इस समस्या को लेकर सपा पार्षद दल के नेता गौरव सक्सेना का कहना है कि डेयरियों को घनी आबादी से शिफ्ट करने के लिए चार साल पहले गोकुलनगर बसाने के लिए दावा किया गया था। उस समय कहा गया था कि पहले सीबीगंज, इसके बाद पीलीभीत रोड, शाहजहांपुर और बदायूं रोड पर जगह तलाशकर डेयरियों को शिफ्ट किया जाएगा। लेकिन बाद में इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। कार्रवाई के नाम पर नगर निगम के कर्मचारी कभी-कभी चालान काटकर चले आते हैं। वहीं सपा के पार्षद राजेश अग्रवाल ने बताया है कि डेयरियों को शिफ्ट करने के लिए नगर निगम के पास कोई कार्य योजना नहीं है। वार्डों में डेयरियों के कारण पुरानी सीवर लाइन चौपट हो गई। इसके बाद भी नगर निगम ने कोई इंतजाम नहीं किया। नगर निगम को गोकुलनगर बसाने की कोशिश करनी चाहिए, तभी शहर को अवैध डेयरियों से मुक्ति मिल सकेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस टीम को डेयरियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उस टीम की खुद डेयरी वालों से साठगांठ है।