जग ज्योति दरबार में हुई मंत्रोच्चारण के साथ दीपमाला व पूजन

जग ज्योति दरबार में हुई मंत्रोच्चारण के साथ दीपमाला व पूजन।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
महंत राजेंद्र पुरी ने स्थान देवता एवं अन्य देवताओं का आहवान कर किया पूजन।
कुरुक्षेत्र, 10 अप्रैल : 13 अप्रैल तक जग ज्योति दरबार में आयोजित होने वाले चैत्र पूर्णिमा सालाना मेले के शुभारम्भ से पूर्व वीरवार को महंत राजेंद्र पुरी एवं अन्य संतों ने विधिवत स्थान देवता एवं अन्य देवताओं का आहवान कर सर्वकल्याण की भावना से पूजन करने के उपरांत दरबार में प्रवेश की रस्म अदा की। इस मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने जग ज्योति दरबार में भव्य दीपमाला की। दीपमाला के लिए हजारों दीयों को जगाया गया। इन दीयों से दरबार रोशन हो उठा। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि भगवान शरण में आए भक्तों को कभी निराश नहीं करते हैं। जो भक्त जीवन में आए थोड़े कष्टों से विचलित ने होकर भगवान के प्रति समर्पित होते हैं उनका हमेशा कल्याण होता है। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि 11 अप्रैल को जग ज्योति दरबार में फूल की सुंदर चादर पेश की जाएगी। साथ ही शाम को मेहंदी की रस्म के साथ फूलों व फूल मालाओं को दरबार में समर्पित किया जाएगा। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि 12 अप्रैल शनिवार को दोपहर चादर पेश करने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारा आयोजित होगा। शाम को हवन यज्ञ किया जाएगा। इस हवन यज्ञ के उपरांत 108 कन्याओं की पूजा की जाएगी। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि 12 अप्रैल को रात्रि भंडारे के उपरांत विशाल जागरण होगा। इस अवसर पर सेवक अजय राठी के साथ जोगिंदर सिंह, कल्याण कुमार, भरपूर सिंह, शीला देवी, संतोष शर्मा, मनोज कुमार, विजय राठी, देवांश, सर्वेश इत्यादि भी मौजूद रहे।
जग ज्योति दरबार में पूजन करते हुए महंत राजेंद्र पुरी।