पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
बनारस के चार पारंपरिक लक्खा मेलों में शुमार नाटी इमली भरत मिलाप में कम से कम लोगों की उपस्थित में की कोशिश में तनाव की स्थिति बनने लगी है। इस आशंका इनकार नहीं किया जा सकता कि लीला स्थल की ओर जाने से रोके जाने पर यदुवंशी समाज के लोग और अन्य भक्तगण हंगामा करने पर उतारू हो जाएं।
भरत मिलाप की लीला आज सायं 04:44 बजे होनी है।
भगवान श्रीराम,लक्ष्मण, जानकी आदि जिस रथ पर सवार रहते हैं उस भारी भरकम रथ को काशी के यदुवंशी समाज के लोग अपने कंधों पर उठा कर ही चित्रकूट से भरत मिलाप स्थल तक करीब दो सौ मीटर दूर तक लेकर आते हैं। भरत मिलाप स्थल पर कम से कम भीड़ जुटे इसके लिए पुलिस ने दोपहर के पहले से कड़ाई शुरू कर दी है। लीला स्थल के पासपास के भवनों में भीड़ न जुटे यह भी पुलिस सुनिश्चित करने में लगी हुई है। लीला स्थल पर जाने के लिए प्रशासन की ओर से पास जारी किए गए हैं। बिना पास के वही लोग लीला स्थल पर जा सकते हैं जो तीन बजे दोपहर के पहले वहां पहुंच जाएं। तीन बजे के बाद सिर्फ पास धारक लीला स्थल की ओर जा सकेंगे। इस वर्ष रामलीला समिति के व्यवस्थापक पं. मुकुंद उपाध्याय के बीमार होने से उनके पुत्र अभिनव उपाध्याय रथ पर सवार होंगे। परंपरा के अनुसार काशी राजपरिवार के प्रतिनिधि कुवंर अनंतनारायण सिंह उन्हें सोने की गिन्नी भेंट करेंगे।