मध्य प्रदेश// रीवा प्रशासन की छापामारी जनप्रतिनिधियों के कोरे आश्वासन से ही नही होगा लोगो की जीवन रक्षा*
ब्यूरो चीफ //राहुल कुशवाहा रीवा मध्य प्रदेश..8889284934
जनता की मुश्किलों ,दवाईयों और ऑक्सीजन जैसी जीवनदायी चिकित्सा सुविधा पर भी जिम्मेदार दे ध्यान
आधी अधूरी चिकित्सा व्यवस्था के बीच मरीजो को चिकित्सक बचाने में जुटे
आक्सीजन युक्त बेड, और कोरोना के इलाज की दवाइयां का टोटा
सिविल अस्पताल में वर्षों से इंश्योरेंस के आभाव में कबाड़ हो रहा शव बाहन
मऊगंज- विगत 03 वर्षों से भी अधिक समय से सिविल अस्पताल का दर्जा प्राप्त चिकित्सालय मऊगंज जहां पर न तो आक्सीजन युक्त बेड है न कोरोना से राहत देने बाली दबाइयां। यह सब हो भी कैसे जब स्थानीय प्रशासन व यहाँ के जन प्रतिनिधियों की यहाँ पर बेहतर चिकित्सा पर ध्यान हो लेकिन यहाँ पर प्रशासन अपनी जिम्मेदारी सिर्फ वही तक समझता है जितना उसे तत्काल में जिला कलेक्टर द्वारा मिलता है।
उसके अलावा उनकी व्यवस्था पर स्वयं के क्या जवाबदेही है उसका अहसास ही नही है। यहाँ इस विषम परिस्थितियों में प्रशासन के जिम्मेदार सुबह से शाम तक छापेमारी में लगे है लेकिन जनता को इन विपदा के समय मे कुछ सहज तरीके से इलाज सुलभ हो इस पर ध्यान नही है।
आधी अधूरी सुविधा के बीच बी एम ओ पी एस गहरवार ने यथासम्भव मरीजो के इलाज देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
जबकि यहाँ पर आक्सीजन व कोरोना से जुड़ी औषधि सुलभ होती तो यह आम जन के लिए बहुत बड़ी राहत देने बाला होता।
एक ऑक्सीजन सिलेंडर पर दो मरीज कितनी देर तक सहारा देगा। इसे समझ सकते हैं।
बीमा के अभाव में कण्डम हो रहा शव बाहन
सिविल अस्पताल मऊगंज को तत्कालीन विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना ने विधायक निधि से शव बाहन दिया लेकिन चंद रुपये के अभाव में बीमा नही हो सका जो की कण्डम हालत में खड़ा है।
जिस पर न प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान है न मौजूदा भाजपा विधायक का तो ऐसे भगवान भरोसे सिविल अस्पताल तो यहाँ के लाखों लाख लोगों की जान।