राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन 2025 का किया उदघाटन

सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक दूरभाष – 9416191877
ब्रह्माकुमारीज़ ने समाज, धर्म और देश के लिए त्याग, तपस्या और समर्पण किया : राज्यपाल।
राजस्थान, ब्रह्मा कुमारीज़ आश्रम : राज्यपाल बोले- विश्व में ब्रह्माकुमारीज़ जैसा महिलाओं का इतना बड़ा दूसरा संगठन नहीं मिलेगा, समाज में शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।
आबू रोड (राजस्थान) ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मीडिया विंग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन 2025 का शनिवार को विधिवत आगाज़ हो गया। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े ने राष्ट्रीय मीडिया कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ किया। इसमें देशभर से प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, रेडियाे और वेब मीडिया से जुड़े 1500 से अधिक पत्रकार, संपादक और संवाददाता भाग ले रहे हैं। चार दिन तक चलने वाले इस महासम्मेलन में शांति, एकता और विश्वास विषय पर करेंगे मंथन-चिंतन किया जाएगा।
शुभारंभ पर मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि मुझे यहां आकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। समाज में शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहते हैं। मीडिया लोकतंत्र की जड़ों को सींचकर सदा हरा रखने का कार्य करता है। हमारे भारत के लोगों के रक्त में ही लोकतंत्र है। चन्द्रगुप्त के राज्य में पाटलिपुत्र में नगर पंचायत में 30 सदस्य चुनकर आते थे। मैंने इसके बारे में पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू जी की किताब भारत एक खोज में पढ़ा। लोकतंत्र में जो चुनकर आते हैं, जाति के आधार पर नहीं, विचार और देशहित के आधार पर चुनाव लड़े तो लोकतंत्र और मजबूत होगा। मीडिया को इस पर फोकस करना चाहिए।
संस्कृति बचाने का कार्य कर रही है ब्रह्माकुमारीज़।
राज्यपाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ एक आध्यात्मिक विश्वविद्यालय है। प्राचीन भारतीय संस्कृति ज्ञान का प्रचार-प्रसार करता रहा है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्था महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। संस्था नशामुक्ति, पर्यावरण जागरण, अंधविश्वास दूर करने का भी काम कर रही है। ब्रह्मा बाबा ने इसकी स्थापना की। उनका हीरे का व्यापार था। ब्रह्माकुमारीज़ गांव-गांव में जाते हैं। लोगों को शांति और तरक्की का रास्ता बताते हैं। विश्व में महिलाओं का इतना बड़ा संगठन नहीं है, जितना ब्रह्माकुमारीज़ का है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्कृति बचाने का कार्य कर रही है। ब्रह्माकुमारीज़ ने त्याग, तपस्या और समर्पण किया है। ये देश, धर्म, समाज के लिए समर्पण किया है।
सनातन धर्म ने किसी पर टिप्पणी नहीं की।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व की पहली संस्कृति है। हजार वर्षों से ज्यादा समय तक हमारी संस्कृति को छिन्न-भिन्न करने की कोशिश की गई है। मैकाले ने हमारी संस्कृति को बिगाड़ने के लिए वर्ष 1835 में जो शिक्षा पद्धति लागू की थी। विश्व में जब कुल 6 विश्वविद्यालय थे, उस समय हमारे पास नालंदा और तक्षशिला जैसे दो विशाल विश्वविद्यालय थे। जजिया कर लगाया गया, धर्म परिवर्तन किया गया। लेकिन हमारी संस्कृति नष्ट नहीं हुई, बल्कि तेजी से बढ़ रही है। क्योंकि हमारे यहां योगी, महात्मा हुए। हमने किसी पर आक्रमण नहीं किया। हम सर्वधर्म को मानते हैं। सनातन धर्म ने किसी पर टिप्पणी नहीं की, लेकिन हमारे बारे में टिप्पणी की जाती है।
हम किसी की शांति भंग नहीं करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि किसी ने हमारी शांति बिगाड़ने की कोशिश किया तो उसको भी छोड़ना नहीं, ये बात हमें ध्यान रखना होगा। हम किसी की शांति भंग नहीं करेंगे।