रंगरास डांडिया का भव्य आयोजन किया रंगशाला तथा लोक कला दर्पण ने

रंगरास डांडिया का भव्य आयोजन किया रंगशाला तथा लोक कला दर्पण ने

शहर की 100 प्रबुद्ध महिलाओं ने किया डांडिया नृत्य, संगीत की धुनो पर महाआरती।
अम्बाला के सुरेंद्र जुनेजा व डॉ. शालिनी शर्मा ने कलाकारों को किया सम्मानित।
कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक 28 सितंबर : रंगशाला तथा लोक कला दर्पण द्वारा रंगरास डांडिया का भव्य आयोजन किया गया जिसमें पूर्व राज्य मंत्री सुभाष सुधा के सानिध्य में महिलाओं ने डांडिया नृत्य किया। इस अवसर पर कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। शहर की सैकड़ो प्रबुद्ध महिलाओं ने इस कार्यक्रम में शिरकत की। रंगशाला की अध्यक्षा एवं मंच संचालिका डॉ. शालिनी शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर रोटरी प्रधान पवन छाबड़ा मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक कला दर्पण के संरक्षक सुरेंद्र जुनेजा (अम्बाला) ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दुर्गा महाआरती से हुई। डॉ. शर्मा ने कहा कि नवरात्रों में डांडिया का आयोजन माँ दुर्गा और महिषासुर के मध्य हुए संग्राम को मनोरंजक ढंग से प्रस्तुत किया । दुर्गा की महिमा का प्रचार- प्रसार किया। इस मौके पर दमन शर्मा, भावना सुशील, आदि कलाकारों ने इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जी तोड़ प्रयास किया। सुभाष सुधा ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। डॉ. शालिनी शर्मा ने कहा कि रंगशाला, जिसे भावना और सुशील संचालित करते हैं, शहर में गायन, नृत्य, योग, नाटक और एंकरिंग की लोकप्रिय संस्था है। भावना और सुशील एक स्थापित कोरियोग्राफर तथा मंच के मंजे हुए कलाकार हैं। आयोजन में संजीव छाबड़ा, जो मंच के प्रतिष्ठित कलाकार और प्रसिद्ध उद्योगपति हैं, तथा दमन शर्मा, जो नृत्यांगना और बेहतरीन अभिनेत्री हैं, प्रबंधकीय व रचनात्मक भूमिका निभाई । दोनों ही अपने अपने क्षेत्र के माहिर कलाकार हैं। सुरेंद्र जुनेजा ने अपने संबोधन में कहा कि समय-समय पर ग्रुप कलाकारों को इसी तरह प्रोत्साहित करता रहता है। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उन्होंने आयोजको को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य में भी उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। डॉ. शालिनी शर्मा पिछले 22 वर्षों से महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संयोजिका और 5000 से अधिक मंचों की संचालिका रह चुकी हैं। वे बतौर संरक्षक प्रतिभाओं को निखारने और भारतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में निरंतर सक्रिय हैं।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र के कई प्रतिष्ठित परिवार भी शामिल हुए, क्योंकि यह आयोजन सदैव शालीनता की मर्यादा में मनोरंजन की दृष्टि से आयोजित किया जाता है। पूर्व मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि डांडिया नृत्य की शुरुआत महाआरती से की गई, एक अच्छी परंपरा है। इस मौके पर लोक कला दर्पण के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कहा कि रंगशाला के साथ मिलकर इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाएगा ताकि नए कलाकारों को प्रोत्साहन मिल सके और एक मंच प्रदान हो सके। कार्यक्रम में 100 प्रबुद्ध महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था। गुजरात का प्रादेशिक डांडिया नृत्य सभी को भाया। डॉ. शालिनी शर्मा व सुरेंद्र जुनेजा ने कलाकारों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर आयोजकों ने सुरेंद्र जुनेजा तथा उनकी पत्नी रेणु जुनेजा को स्मृति की भेंट किया। बाद में डांडिया नृत्य में भाग लेने वाली सभी महिलाओं को गिफ्ट भी भेट किए गए।
पूर्व मंत्री सुभाष सुधा डांडिया नृत्य करते हुए साथ में रंगशाला की संरक्षक डॉ. शालिनी शर्मा तथा अन्य
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केवल कृष्ण छाबड़ा डॉ. शालिनी शर्मा सुरेंद्र जुनेजा प्रदीप झांब , कृष्ण कुमार तथा अन्य महाआरती करते हुए।
मुख्य अतिथि को सम्मानित करते हुए आयोजनक ।साथ में डॉ शालिनी शर्मा, भावना, दमन शर्मा, सुशील, सुरेंद्र जुनेजा प्रदीप झांब तथा अन्य।