दिव्या ज्योति जागृती संस्थान फिरोजपुर आश्रम में किया गया सत्संग विचारों का आयोजन

दिव्या ज्योति जागृती संस्थान फिरोजपुर आश्रम में किया गया सत्संग विचारों का आयोजन
(पंजाब) फिरोजपुर 02 जून {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान फिरोजपुर के स्थानीय आश्रम में साप्ताहिक सत्संग विचारों का आयोजन किया गया, जिसमें सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या साध्वी पूर्णा भारती जी ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि जब कोई फसल या पौधा खराब हो रहा हो तो अगर हम उसके पत्तों पर उसका उपचार करने की कोशिश करें तो हमें कोई बुद्धिमान नहीं कहेगा क्योंकि उसका इलाज जड़ से उपचार करके किया जा सकता है। इसी प्रकार, आज समाज और मानवता की स्थिति को विभिन्न आउटडोर शिविरों का आयोजन करके, भाषण देकर, चर्चा समूह बनाकर या बैठकें करके ठीक नहीं किया जा सकता है। समाज और मानवता की बुरी स्थिति का कारण मन है। हमें मन पर काम करने की जरूरत है, जो सभी बुराइयों की जड़ है।
साध्वी जी ने आगे बताया कि हमारे धर्मग्रंथ और शास्त्र बताते हैं कि मन पर विजय प्राप्त करके संसार पर विजय प्राप्त की जा सकती है। जब तक हमारे मन में काम, क्रोध, लोभ, मोह और लोभ रूपी पांच चोर निवास करेंगे, तब तक हम मन के गुलाम ही रहेंगे। जब मन की दिशा बदल जाएगी तो हम मन के स्वामी बन जायेंगे। तब मन हमारे निर्देशों के अनुसार कार्य करेगा। लेकिन प्रश्न यह है कि मन की दिशा कैसे बदलें, मन का मालिक कैसे बनें, इन सबका एक ही उत्तर है, पूर्ण गुरु की शरण में जाना। जब हम पूर्ण गुरु की शरण लेते हैं, तो वे हमें अपने मन पर काम करने की विधि बताते हैं, जिसके माध्यम से हम मन को नियंत्रित करना सीखते हैं। जब मन हमारे नियंत्रण में होता है, तो हम समाज की दशा और दिशा सुधार सकते हैं। बस जरूरत इस बात की है कि हम धार्मिक वेदों और शास्त्रों की कसौटी पर पूर्ण संत, महापुरुष ओट आसरा लें। अंत में सभी के कल्याण के लिए प्रार्थना की गई तथा बहन नैन्सी द्वारा भजन गाए गए।