B.Ed के द्वितीय वर्ष के छात्रों ने महा विद्यालय प्रबंधक पर धन उगाही का लगाया आरोप
जिला संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी कन्नौज
कन्नौज जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर दर्जनों अभ्यर्थियों ने जिला अधिकारी से लगाई न्याय की गुहार अनुसूचित जाति के बीएड द्वितीय वर्ष के छात्र एसजीआर महाविद्यालय व रामबेटी महिला डिग्री कॉलेज निकवा तालग्राम व चौधरी जमादार सिंह महाविद्यालय व अन्य कालेजों द्वारा अभ्यर्थी का दाखिला अनुसूचित जाति होने के कारण शून्य फीस पर एडमिशन हुआ था। अभ्यर्थी की B.ed प्रथम वर्ष में कोई फीस नहीं मांगी गई, तथा सरकार द्वारा दिया गया स्कॉलरशिप ₹51250 जो कालेज के बैंक खाते में पुष्पेंद्र यादव पुत्र रामसनेही व अजय कुमार पुत्र राजपाल ऐडमिशन काउंसलर थे। जिनके द्वारा ट्रांसफर कराई गई थी। वहीं द्वितीय वर्ष अभ्यर्थियों से जब प्रबंधक ने पैसे मांगे तो अभ्यर्थियों ने जिला अधिकारी से न्याय की लगाई गुहार। अभ्यार्थी अनुसूचित जाति के B.Ed द्वतीय वर्ष के छात्र हैं, अभ्यार्थी एससीआर महाविद्यालय व रामबेटी महिला डिग्री कॉलेज निकवा तालग्राम व चौधरी जमादार सिंह महाविद्यालय वह अन्य कालेजों द्वारा अभ्यर्थी का दाखिला अनुसूचित जाति का होने के कारण जीरो फीस पर एडमिशन हुआ था। अभ्यर्थी की B.Ed प्रथम वर्ष में कोई फीस नहीं मांगी गई थी। सरकार द्वारा दिए गए स्कॉलरशिप से ही पेश की भरपाई की गई थी। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार द्वारा दिए गए ₹51250 जो कॉलेज के बैंक खाते में पुष्पेंद्र यादव पुत्र राम से नहीं वह अजय कुमार पुत्र राजपाल जोकि ऐडमिशन काउंसलर थे। जिनके द्वारा यह ट्रांसफर कराई गई थी। जिसका भुगतान अभ्यार्थियों को नहीं किया गया वहीं द्वितीय वर्ष में अभ्यर्थी के प्रति छात्र ₹31000 फीस की मांग कॉलेज द्वारा की गई ।जो कि B.Ed द्वितीय वर्ष की फीस ऐडमिशन काउंसलर पुष्पेंद्र यादव पुत्र रामसनेही व अजय कुमार पुत्र राजपाल ₹31000 भुगतान किया। जिसका अभ्यार्थी को कोई भी चीज रसीद नहीं दी गई अभ्यार्थी विद्यालय जाते हैं। तो उन्हें जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करके प्रताड़ित व परेशान किया जा रहा है। जबकि अभ्यार्थी की परीक्षा 9 अगस्त को होनी है। वही अभ्यर्थी को लगातार द्वितीय वर्ष की फीस जमा करने हेतु अपमानित करके प्रताड़ित किया जा रहा है। तथा परीक्षा के प्रवेश पत्र देने से मना कर रहे हैं। और बता रहे हैं। कि कॉलेज में अभ्यर्थी का एडमिशन नहीं है जो व्यक्ति के भविष्य के साथ महाविद्यालय वाले लगातार खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसकी शिकायत करने जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे। जब जिलाधिकारी नहीं मिले तो सदर तहसील पहुंचकर जिला अधिकारी राकेश कुमार मिश्रा को शिकायती पत्र दिया हैं।