सीमांचल डेवलपमेंट फ्रंट ने दलित और मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की
अररिया
सीमांचल डेवलपमेंट फ्रंट के महासचिव शाहजहां शाद ने जातीय जनगणना रिपोर्ट आने के बाद दलित और मुसलमान को बिहार का डिप्टी सीएम बनाने की मांग की।उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि पिछड़े, दलित व मुसलमानों को उनके हक़ के हिसाब से राजनैतिक हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है।बिहार में लगभग
18 फीसदी मुस्लमानों की आबादी में पांच मंत्री हैं।वहीँ 14 फीसदी यादव की जनसंख्या में 13 मंत्रालय तेजस्वी यादव ने रखा है। वही 15 फीसदी स्वर्णो में 6 मंत्री का होना इस बात का प्रमाण है कि नीतीश कुमार का नारा जिसकी जितनी आबादी सत्ता में उसकी उतनी हिस्सेदारी महज ज़ूमला है।अगर नीतीश कुमार की कथनी और करनी में फर्क नहीं है तो फ़ौरन एक दलित डिप्टी सीएम व बिहार के सबसे पिछड़े इलाके सीमांचल से एक मुस्लिम डिप्टी सीएम बनायें। आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में आबादी के हिसाब से मुसलमान और दलितों को प्रतिनिधित्व करने का मौका देने की मांग की। सीमांचल डेवलपमेंट फ्रंट के महासचिव ने कहा कि माय समीकरण में मुस्लिम की आबादी यादवों से ज्यादा है तो उनकी भागीदारी भी अधिक होनी चाहिए।मुस्लिम अब बंधुआ नहीं रहे है, वो राजनैतिक रास्ता बनाना सीख चुके है पिछले विधानसभा चुनाव में इस बात की चेतावनी मुस्लिम वोटरों ने खुले तौर दे दी थी।