हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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हिसार :- श्री योगवेदांत सेवा समिति द्वारा स्थानीय सिरसा रोड स्थित सन्त श्री आसाराम बापू आश्रम में सत्संग का आयोजन किया गया। आश्रम के प्रवक्ता संतोष भाई ने बताया कि श्रवण माह के पावन आगमन पर आश्रम में सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें विशेष तौर पर अहमदाबाद से संत श्री आसाराम बापू जी की परम शिष्या साध्वी रेखा बहन ने पहुंचकर अपने अमृत रूपी प्रवचनों, भजनों से श्रद्धालुओं व साधकों को निहाल किया। इसके अलावा उन्होंने बच्चों के लिए भी विशेष रूप से प्रवचन दिए व पूरे विश्व में फैली महामारी से निदान संबंधी सुझाव दिए ताकि इस महामारी से बचा जा सके।
सत्संग के दौरान साध्वी रेखा बहन ने कहा कि जिस प्रकार हम अपने आवास प्रतिष्ठान का निर्माण करवाते हैं जो कारीगर अंत में हमें मास्टर ‘की’ देता है और कहता है कि इसे संजोकर/संभालकर रखना। इसी प्रकार महापुरुष गुरु साहिबान हमें मास्टर ‘की’ रूपी सत्य वचन प्रवचन से सही व भक्ति का मार्ग दिखलाते हैं जिसे हमें उस मास्टर ‘की’ की तरह संभाले रखना है। उक्त वक्तव्य संत आसाराम बापू की परम शिष्या साध्वी रेखा बहन अहमदाबाद ने स्थानीय सिरसा रोड स्थित संत आसाराम बापू आश्रम में श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा श्रावण माह के पावन आगमन पर हुए सत्संग श्रद्धालुओं व साधकों के बीच व्यक्त किए।
साध्वी रेखा बहन ने श्रावण माह की महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रावण माह में की पूजा का फल विशेष होता है। यह माह आध्यात्मिकता के लिए विशेष महत्व रखता है। इस माह साधना व पूजा पाठ जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस पावन माह में क्या सेवन करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने कई तर्कों के साथ सत्संग की महिमा बताई ओर बताया कि अगर हमें कोई भी रोग लग जाए तो हम उसके लिए दवा लेते हैं अगर हम नियमित सत्संग सुनें तो हम अनेक प्रकार की बीमारियों से ही दूर रहेंगे और सत्संग रूपी दवा से हम अपने रोग दूर कर सकते हैं। उन्होंने सुदंर भजनों ‘मेरे प्राणों के आधार गुरु आ जाओ इक बार, साधक की यही है पुकार साईं आ जाओ इक बाद’, ‘जिसने गुरु की शरण लो वह तर जाएगा।’ आदि से श्रद्धालुओं को धर्मलाभ प्रदान किया। सत्संग के उपरांत पावन आरती होगी व भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया।
चित्र रेखा बहन भजनों की अमृत वर्षा करते हुए।