एसवीएसयू में डाइकिन स्थापित करेगी कौशल विकास केंद्र

एसवीएसयू में डाइकिन स्थापित करेगी कौशल विकास केंद्र
विश्व स्तरीय रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग कौशल विकास केंद्र पर एक करोड़ से भी ज्यादा खर्च करेगी डाइकिन।
हजारों युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के अवसर, कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने जताया आभार।
दो महीने में होगा बनकर तैयार, शॉर्ट टर्म प्रोग्राम भी होंगे शुरू।
पलवल, प्रमोद कौशिक 28 अगस्त : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग का कौशल विकास केंद्र स्थापित होगा। इस पर एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा लगात आएगी। इसका पूरा खर्च डाइकिन इंडिया एयरकंडीशनिंग प्राइवेट लिमिटेड उठाएगी। विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दौरा करने के बाद डाइकिन इंडिया एयरकंडीशनिंग प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कंवलजीत सिंह जावा ने यह घोषणा की। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने उनकी इस पहल का स्वागत किया और प्रयासों को सिरे चढ़ाने के लिए अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह को बधाई दी।
रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग का कौशल विकास केंद्र स्थापित होने से हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। चेयरमैन कंवलजीत सिंह जावा ने कहा कि एयरकंडीशनिंग के फील्ड में रोजगार के अवसर दिनोदिन बढ़ रहे हैं। पूरे विश्व में ट्रेंड कर्मियों की आवश्यकता है। इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलें, इसी उद्देश्य से रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग
का यह अत्याधुनिक कौशल विकास केंद्र स्थापित किया जा रहा है।
कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि रोजगार की दृष्टि से रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि हो रही है। डाइकिन इंडिया एयरकंडीशनिंग की विश्वस्तरीय मशीनें इस केंद्र में स्थापित करेगी। युवाओं के लिए आवश्यकता के अनुसार शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू किए जाएंगे, ताकि वो कम समय में सीधे इस क्षेत्र में रोजगार के साथ जुड़ सकें। इसके अलावा रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग में बी. वॉक प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है। कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि हम युवाओं में कौशल विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पहल के लिए उन्होंने डाइकिन इंडिया के चेयरमैन कंवलजीत सिंह जावा का आभार व्यक्त किया।
अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग के क्षेत्र में तकनीक बहुत तेजी से बदल रही है। बिजली की कम खपत वाले प्रोडक्ट मार्केट में आ रहे हैं। इस क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग से लेकर मेंटेनेंस तक लाखों कुशल कर्मियों की आवश्यकता है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में यह कौशल विकास केंद्र दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा कि इसके माध्यम से हम हजारों विद्यार्थियों को स्किल्ड बनाने में सक्षम हो जाएंगे।
स्किल डिपार्टमेंट ऑफ ग्रीन टेक्नोलॉजी के चेयरपर्सन डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने बताया कि ग्रीन एनर्जी के समावेश से रेफ्रिजरेशन एंड एयरकंडीशनिंग के क्षेत्र में तकनीकी कौशल की आवश्यकता बढ़ी है। इस दृष्टि से यह कौशल विकास केंद्र युवाओं को इस क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार करने में बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के निदेशक डॉ. मनी कंवर सिंह ने बताया कि इस कौशल विकास केंद्र के लिए स्थान चिह्नित के लिया गया है। इस अवसर पर डाइकिन इंडिया की ओर से एपीएस गांधी भी उपस्थित थे।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अवलोकन करते डाइकिन इंडिया एयरकंडीशनिंग प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन कंवलजीत सिंह जावा एवं साथ में कुलगुरु प्रोफेसर दिनेश कुमार।