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डोईवाला: डोईवाला विधानसभा से तीन बार विधायक एक बार कैबिनेट मंत्री और एक बार मुख्यमंत्री रहने वाले त्रिवेंद्र रावत ने जब नेट वाला सिरसी जब चुनाव लड़ने से इनकार किया। तो राजनीतिक गलियारों में यह हवा होने लग गई कि आप त्रिवेंद्र रावत का क्या होगा। और उनकी जगह लड़ने कौन आएगा और इसके बाद कई प्रकार के कयास लगने लगे और हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बीच अपने चेलों से तमाम तरह की खबरें सलमानी शुरू करी। कई प्रकार के नाम उछाले गए और कल जिस प्रकार से कांग्रेस छोड़कर भाजपा माय किशोर उपाध्याय का निसंग समर्थकों ने डोईवाला में जमकर स्वागत किया।
उसके बाद राजनीति रूप से तमाम तरह के कयास लगने शुरू हो गए थे शाम होते होते पूर्व दायित्व भारी दीप्ति रावत का नाम बहुत तेजी से उछाल आ गया तो रमेश पोखरियाल निशंक के जो लोग थे। वह बौखला गए उन्होंने सोशल मीडिया में सौरभ थपलियाल का नाम तेजी से उछाला इस बीच जितेंद्र नेगी और दिगंबर नेगी का नाम भी तेजी से चलाया गया।
त्रिवेंद्र रावत ने अपने पुराने सहयोगी रहे बृज भूषण गैरोला पर ही दांव खेला बृज भूषण गैरोला का टिकट फाइनल होने के बाद रमेश पोखरियाल निशंक के समर्थक और टिकट के दावेदार जो स्थानीय प्रत्याशी की बात कर रहे थे उन्हें सांप सूंघ गया है। देखना है कि जिस अंदाज में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बृजभूषण गैरोला को टिकट दिलाया है वह उन्हें जीत दिलाने में कितना कामयाब होते हैं और निशंक के समर्थक किस हद तक गैरोला की राह में कांटे बिछाते हैं।