कुवि के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग के विद्यार्थियों ने किया ताज होटल, चंडीगढ़ का शैक्षणिक भ्रमण।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र, 10 अप्रैल : कुवि के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को विभाग के छात्रों के लिए शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया जिसके तहत छात्रों को पांच सितारा होटल ताज चंडीगढ़ ले जाया गया। शैक्षणिक भ्रमण को पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नीलम रानी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक दौरे का मुख्य उद्देश्य छात्रों को होटल प्रबंधन की गहन बारीकियों से अवगत करना था। इस एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण की अगुवाई विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. महेश कुमार और डॉ. अंकुश अम्बरदार ने की और उनके साथ सहायक प्रोफेसर डॉ. मेघा गुप्ता एवं सहायक प्रोफेसर शेफ गौरव कुमार थे।
इसमें छात्रो ने सीखा कैसे पाँच सितारा होटल मे बेहतरीन तरीको से खाना बनाया जाता हैं और उसको परोसने के क्या विभिन्न तरीके हो सकते है और साथ में सीखा कि कैसे अतिथियों का गर्म जोशी से आदर सत्कार किया जाता हैं और होटल और उसके कमरों का सुनियोजित तरीकों से रखरखाव किया जाता हैं ताकि आतिथियो को सम्पूर्ण संतुष्टि प्राप्त हो सके। विद्यार्थियों ने होटल में जाकर सीखा और समझा कि क्यों होटल प्रबंधन के लिए बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट चार साल की डिग्री की इतनी अहमियत हैं। इस मौके पर विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ संदीप धनकर, मंजीत सिंह, राहुल गर्ग, शेफ अमित जागड़ा और राजीव मौजूद थे। कुवि के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को विभाग के छात्रों के लिए शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया जिसके तहत छात्रों को पांच सितारा होटल ताज चंडीगढ़ ले जाया गया। शैक्षणिक भ्रमण को पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर नीलम रानी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक दौरे का मुख्य उद्देश्य छात्रों को होटल प्रबंधन की गहन बारीकियों से अवगत करना था। इस एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण की अगुवाई विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. महेश कुमार और डॉ. अंकुश अम्बरदार ने की और उनके साथ सहायक प्रोफेसर डॉ. मेघा गुप्ता एवं सहायक प्रोफेसर शेफ गौरव कुमार थे।
इसमें छात्रो ने सीखा कैसे पाँच सितारा होटल मे बेहतरीन तरीको से खाना बनाया जाता हैं और उसको परोसने के क्या विभिन्न तरीके हो सकते है और साथ में सीखा कि कैसे अतिथियों का गर्म जोशी से आदर सत्कार किया जाता हैं और होटल और उसके कमरों का सुनियोजित तरीकों से रखरखाव किया जाता हैं ताकि आतिथियो को सम्पूर्ण संतुष्टि प्राप्त हो सके। विद्यार्थियों ने होटल में जाकर सीखा और समझा कि क्यों होटल प्रबंधन के लिए बैचलर ऑफ़ होटल मैनेजमेंट चार साल की डिग्री की इतनी अहमियत हैं। इस मौके पर विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ संदीप धनकर, मंजीत सिंह, राहुल गर्ग, शेफ अमित जागड़ा और राजीव मौजूद थे।