स्वदेशी से बनेगा आत्मनिर्भर समृद्ध भारत : लेफ्टिनेंट (डॉ.) अजय जांगड़ा

हर घर स्वदेशी घर घर स्वदेशी।
कुरुक्षेत्र (प्रमोद कौशिक) 19 दिसंबर : आज आईटीआई उमरी में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एक विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट (डॉ.) अजय जांगड़ा जी ने बताया की आत्मनिर्भर भारत केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक दृष्टि है- एक ऐसा भारत जहाँ हम अपने संसाधनों, अपनी प्रतिभा और अपनी तकनीक पर गर्व करते हुए आगे बढ़ते हैं। इसका अर्थ है कि हम सिर्फ उपभोक्ता न बनें, बल्कि सृजनकर्ता बनें; सिर्फ नौकरी ढूँढने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। आज भारत विश्व का सबसे युवा देश है। आपके पास ऊर्जा है, नए विचार हैं और बदलाव लाने की शक्ति है। स्टार्टअप्स, इनोवेशन, डिजिटल टेक्नोलॉजी, मेक इन इंडिया- ये सभी अवसर आपके दरवाज़े पर खड़े हैं। अब समय है साहसिक निर्णय लेने का और अपनी क्षमताओं को पहचानने का।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ने के लिए हमें तीन बातें याद रखनी होंगी- पहली, कौशल विकास- नई तकनीकों को सीखना और निरंतर खुद को बेहतर बनाना।
दूसरी, नवाचार – समस्याओं को नए तरीकों से हल करने की मानसिकता विकसित करना। तीसरी, स्वदेशी को बढ़ावा – भारत में बने उत्पादों और सेवाओं को अपनाना और आगे बढ़ाना।
प्रिंसिपल डॉ. जगमोहन जी ने अतिथियों का स्वागत किया। देवेंद्र संधू ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर आईटीआई के शिक्षकों सहित सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया।




