जायरीनों की आमद से मुबारकपुर में चहल-पहल बढ़ जाती है- मौलाना नईम

अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियातुल अशरफिया मुबारकपुर के संस्थापक हाफिज-ए-मिल्लत अल्लामा शाह।

आजमगढ़।
अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियातुल अशरफिया मुबारकपुर के संस्थापक हाफिज-ए-मिल्लत अल्लामा शाह अब्दुल अजीज मोहद्दिस मुरादाबादी का 51वां उर्स शनिवार को अल सुबह बाद नमाज फज्र उनके आवास पुरानी बस्ती में कुरानख्वानी के साथ शुरू होगा। उर्स की सारी तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
इसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से जायरीन पहुंते हैं। मुबारकपुर-सठियांव मार्ग पर स्थित अरबी यूनिवर्सिटी अल जामियातुल अशरफिया के परिसर में हाफिज-ए-मिल्लत की मजार है। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक शिक्षण संस्थान के संस्थापक हाफिज मिल्लत का दो दिवसीय उर्स शनिवार से रविवार देर रात चलेगा। उर्स हाफिज-ए-मिल्लत में देश-विदेश से जायरीन आते हैं। भवन व परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। साफ-सफाई व रंग-रोगन का पूरा हो गया है । उर्स में दिल्ली, मेरठ, मुंबई, आगरा, चेन्नई समेत देश के कोने-कोने से दुकानें आई हैं। हलवा पराठा, कपड़े, खिलौने, झूला के अलावा किताबों के भी स्टॉल लगे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही इंग्लैंड, हालैंड, अफ्रीका आदि देशों से जायरीन आते हैं। जायरीनों की आमद से मुबारकपुर में चहल-पहल बढ़ जाती है। शनिवार को अल सुबह मजार पर कुरानख्वानी के बाद चादर व गुलपोशी होगी। रात में जलसा दस्तारबंदी और अंत में कुलशरीफ का कार्यक्रम होगा।




