जग ज्योति दरबार में चल रहे तीन दिवसीय होलिका अनुष्ठान का हुआ समापन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी ने की होली पर गऊओं की सेवा तथा फूलों व रंगों के साथ मनाया होली का त्यौहार।
कुरुक्षेत्र, 15 मार्च : जग ज्योति दरबार में चल रहे तीन दिवसीय होलिका अनुष्ठान का विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ सर्वकल्याण की भावना से यज्ञ में पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। इस के उपरांत भगवान श्री कृष्ण के प्रिय होली उत्सव पर महंत राजेंद्र पुरी ने गौ माता की सेवा की। इस मौके पर मौजूद संतों और श्रद्धालुओं ने भी उदघोष किया कि होली के रंग, गौ माता के संग। ऐसे में जग ज्योति दरबार में पहुंचे श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बनती थी। दरबार में आयोजित गौ संकीर्तन, फाग उत्सव एवं फूलों की होली के भव्य कार्यक्रम में दूर दूर से लोग सम्मिलित हुए। महंत राजेंद्र पुरी ने होली उत्सव पर कहा कि भारतीय संस्कृति के संदेश को आत्मसात किए हुए इस प्रकार के आयोजन सामाजिक समरसता, सद्भावना और एकता का माध्यम बनते हैं। भगवान से प्रार्थना है कि होली का यह पावन अवसर हम सभी के लिए प्रसन्नता, समृद्धि और सौहार्द लेकर आए। इस मौके पर महंत राजेंद्र पुरी ने श्रद्धालुओं को होली के त्यौहार की शुभकामनाएं दी। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि होली पर भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा का भी महत्व है। पूजा के उपरांत महंत राजेंद्र पुरी व अन्य संतों ने भी श्रद्धालुओं के साथ रंगों तथा फूलों के साथ होली खेली। साथ ही मिठाईयां प्रसाद स्वरूप वितरित की गई। इस अवसर पर कालीचरण, चरणजीत सिंह, रवि शर्मा, मुनीश गुप्ता, संध्या गुप्ता, कुलश्रेष्ठ, अजय राठी, विजय राठी व मनप्रीत सिंह इत्यादि भी मौजूद रहे।
जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी गौ सेवा करते हुए तथा होली खेलते हुए।