दोनों ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों और ग्रामीणों ने भेजा शिकायती पत्र की कार्यवाही की मांग
संवाददाता:—विकास तिवारी
अंबेडकरनगर| संपूर्ण समाधान दिवस एवं अन्य माध्यमों से ऑनलाइन तथा ऑफलाइन की जाने वाली जन शिकायतों का कितना गुणवत्तापरक निस्तारण होता है उसकी बानगी देखनी हो तो आलापुर तहसील के कर्मचारियों की कारगुजारी देखे लगभग अधिकांश मामलों में फर्जी जांच रिपोर्ट प्रेषित कर शासन को गुमराह किया जाता है। शिकायतकर्ता अधिकारियों की चौखट नापने एवं समस्या का समाधान नहीं होने पर बार बार शिकायत करने एवं धन तथा समय का अपव्यय करने को बाध्य हो जाता है। मालूम हो ताजा मामला रामनगर विकासखंड से जुड़ा है रामनगर विकासखंड की अशरफाबाद एवं सिपाह ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों ने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी जय नारायण यादव के विरुद्ध भ्रष्टाचार एवं अनियमितता तथा शासन की योजनाओं एवं विकास कार्यों के क्रियान्वयन में रूचि नहीं लेने तथा अभद्र एवं अमर्यादित व्यवहार किए जाने का आरोप लगाते हुए उनके स्थानांतरण एवं जांच उपरांत कार्यवाही की मांग ऑनलाइन आवेदन किया था । जांच का जिम्मा रामनगर के सहायक विकास अधिकारी पंचायत को सौंपा गया था ।सहायक विकास अधिकारी पंचायत ने बगैर कोई जांच एवं शिकायत कर्ताओं का बयान एवं गांव में तस्दीक करने के बजाय फर्जी एवं भ्रामक तथ्यहीन रिपोर्ट प्रेषित कर शासन को गुमराह कर दिया। इतना ही नहीं सिपाह के निर्वाचित ग्राम प्रधान अशोक कुमार कन्नौजिया एवं अशरफाबाद की निर्वाचित ग्राम प्रधान सरिता देवी द्वारा की गई शिकायत को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि द्वारा शिकायत की गई बता दिया। सहायक विकास अधिकारी को अपने विकासखंड के ग्राम प्रधानों के बाबत भी जानकारी नहीं होना उनकी जांच रिपोर्ट से ही दर्शाता है। ग्राम प्रधान अशोक कुमार कन्नौजिया ने मामले की जांच टीम द्वारा जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग किया है। दोनों ग्राम प्रधानों ने महामहिम राज्यपाल मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी,एवं सीडीओ, को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही करने की मांग की है ।