उर्स-ए-फैज़ानी: कुल शरीफ़ में देश व आवाम की खुशहाली तरक़्क़ी की दुआ

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : नोमहला शरीफ परिसर स्थित दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह पर उर्से फैज़ानी के तीसरे दिन की शुरुआत कुरआन शरीफ़ की तिलावत से हुई। दरगाह के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद मियाँ नासरी साबरी अल क़ादरी की सरपरस्ती में बाद नमाज़े असर खत्मे शरीफ़ की रस्म अदायगी की गई।असर मग़रिब बीच हज़रत फैज़ान अहमद रहमतुल्लाह अलेह के 45 वें कुल शरीफ़ की रस्म अदा की गई।मग़रिब के बाद लंगर ए आम में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने शिरकत की।बाद नमाज़े इशा महफिले समां में कब्वाल जीशान फैज़ान और निज़ाम साबरी धम्मन की टीम ने समाबाधा।नायब सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सलमान मियाँ नासरी ने कहा कि कुल शरीफ़ के मौके पर सज्जादानशीन हज़रत सुल्तान मियाँ ने ख़ुसूसी दुआ में मुल्क व आवाम की खुशहाली, सलामती, कामयाबी, तरक़्क़ी के दुआ के साथ बीमारों की शिफा,बेरोजगारों के लिये रोज़गार,बेचेनो के लिये सुकून, दिली सुकून और खुशियों के लिये बुज़ुर्गों के वसीले से अल्लाह पाक से दुआ माँगी।
समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने कहा कि एक रहो और नेक बनो।बेसहारा लोगों की मदद करो।चलते फिरते उठते बैठते नेकियों को कायम करो,बुरे और बुराइयों से बचो।पढ़ो और बढ़ो का नारा बुलंद करो।
हज़रत शाने अली कमाल मियाँ,सूफी वसीम मियाँ नासरी साबरी,शाहिद रज़ा नूरी ने अकीदतमंदों को लंगर बाँटा।
इस मौके पर मुख्य रूप से पम्मी ख़ाँ वारसी,सरवर नासरी,बब्बू नासरी,फहीम यार खान,अलीम सुल्तानी,साबिर सुल्तानी,यासिर सुल्तानी, वारिस सुल्तानी, साकिब सुल्तानी, इफ़जान सुल्तानी,सलमान सुल्तानी, ख़्वाजा वसीम मियाँ नासरी साबरी, हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी, सूफी वसीम मियाँ साबरी नासरी,मो शाहिद क़ुरैशी नासरी,आमिर सुल्तानी,अंजुम नासरी, वारिस नासरी, गुलफाम नासरी, सलीम साबरी, नईम साबरी,रिज़वान मियाँ नन्ना मियाँ,सलमान अली सुल्तानी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
हज़रत शाने अली कमाल मियाँ ने बताया कि 10 अगस्त (रविवार) को दोपहर एक बजे अपने परम्परागत मार्गों से साबरी झण्डा पैदल काफिल नोमहला शरीफ़ से कलियर शरीफ़ के लिये निकलेगा।कई स्थानों पर स्वागत प्रोग्राम होंगे।