उत्तराखंड: ब्रिगेडियर दंपति गरीबों का मुफ्त में करते हैं इलाज

उत्तराखंड: ब्रिगेडियर दंपति गरीबों का मुफ्त में करते हैं इलाज,
प्रभारी संपादक उत्तराखंड
सागर मलिक

नैनीताल। दूसरों की मदद से बड़ा कोई मरमार्थ नहीं हो सकता है और ऐसा ही परमार्थ कर रहे हैं ब्रिगेडियर दंपती। सन 2000 से भीमताल में रह रहे ब्रिगेडियर हरि मोहन पंत और उनकी पत्नी कुमकुम पंत गरीब व बीमार लोगों का होम्योपैथिक प्रणाली में निशुल्क इलाज कर रहे हैं। सवेरे से ही ब्रिगेडियर के डांठ स्थित आवास पर मरीजों का आना शुरू हो जाता हैं।
ब्रिगेडियर दंपती के सेवाभाव से हर कोई परिचित है। अब तक इन्‍होंने दिल्ली और अन्‍य शहरों से विश्व प्रसिद्ध चिकित्सकों को बुलाकर कई आई कैंप लगाए। भीमताल के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 2009 में कोरिया में निर्मित थर्मल एक्वाप्रेशर की चार शैय्या भी दान दी। दंपत्ति ने अपने परिसर में एक एम्बूलेंस भी रखी है

बिग्रेडियर को होम्योपैथिक का ज्ञान विरासत में मिला है। पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट के ग्राम जजूट निवासी पंत बताते हैं कि उनके पिता स्व. चंचला बल्लभ पंत पेशे से एक शिक्षक थे। होम्योपैथिक की दवा आदि दिया करते थे। बड़े भाई स्व डा. हेम चंद्र पांडे भी होम्योपैथी के जानकार थे। अमेरिका में पेशे से पशु चिकित्सक होने के साथ-साथ निशुल्क होम्योपैथी की दवा देते थे।
ब्रिगेडियर ने बताया कि होम्योपैथी से उनका लगाव 1962 में उस समय हुआ जब वह आर्मी में सिलेक्ट होने के बावजूद मेडिकल में बाहर हो गए। इसके बाद होम्योपैथी से एक वर्ष इलाज होने के बाद उन्होंने दुबारा आर्मी हेडक्वाटर में अपील की जिस पर आर्मी हेडक्वाटर दिल्ली के कैंट में पुन: पांच दिन भर्ती होने के बाद उन्हें मेडिकली फिट घोषित किया गया और उनकी नियुक्ति हुयी।

1997 में वह आर्मी से सेवानिवृत हुए और भीमताल आकर बस गए। बिग्रेडियर को जानने वाले और उनसे इलाज करा चुके लोग बताते हैं कि गरीब लोगों को पंत निशुल्क दवा देते हैं। ब्रिगेडियर दंप‍ती से आज देश विदेश से उनके मरीज व होम्योपैथिक में विश्वास रखने वाले उनसे परामर्श लेते हैं। ब्रिगेडियर मरीजों को निशुल्क अपने खर्चे से होम्योपैथिक की दवा भिजवाते हैं।
हल्‍दी का जरूर करें सेवन
बिग्रेडियर हरि मोहन पंत अपने हल्दी के कैप्सूल के लिए भी देश विदेश में जाने जाते हैं। पंत बताते हैं कि हर व्यक्ति को हल्दी का सेवन रोज करना चाहिये। पर अपने स्वाद के कारण कई लोग हल्दी का प्रयोग नहीं कर पाते हैं। इसलिये लोंगों को हल्दी से भरे कैप्सूल दिए जा सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन कंपाउंड होता है जो कि स्वास्थ्य के लिये बहुत जरूरी है, इसके अलावा कैंसर के उपचार के लिये भी हल्दी लाभदायक है।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

(Corona virus) खात्मे के लिए सुरू हुवा दूसरे चरण का वैक्सीनेशन।

Fri Mar 5 , 2021
(Corona virus) खात्मे के लिए सुरू हुवा दूसरे चरण का वैक्सीनेशन। रिपोर्टर- जफर अंसारी एंकर-भारत सरकार दुवार एक मार्च से कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दूसरे चरण का वैक्सीनेशन अभियान सुरु हो गया है। इस के चलते लालकुआं में भी सरकारी अस्पतालों मे वैक्सीन लगाने की दूसरे चरण की […]

You May Like

Breaking News

advertisement