किसी भी प्रतियोगिता में जीतना उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना उस प्रतियोगिता में भाग लेकर सीखनाः प्रो. राजेन्द्र नाथ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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केयू के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग द्वारा रोस्ट्रम प्रतियोगिता का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, 6 फरवरी : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग द्वारा विद्यार्थियों के लिए रोस्ट्रम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर बोलते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र नाथ ने कहा कि शब्दों के माध्यम से अपने संवाद को व्यक्त करने की जो कला प्रकृति ने मनुष्य को प्रदान की है वह उसे अन्य जीवों से भिन्न बनाती है। संवाद कला जितनी बारीकी से सीखनी पड़ती है उसी बारीकी से किसी भी विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी का अध्ययन करना पड़ता हैँ। भाषा की जानकारी के साथ-साथ अपने संवाद में संवेदनाएं व भाव भी व्यक्त करना एक अच्छे वक्ता की पहचान है। उन्होंने छात्रों को कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में जीतना उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना उस प्रतियोगिता में भाग लेकर सीखना।
रोस्ट्रम प्रतियोगिता के कोऑर्डिनेटर डॉ. चन्द्रकांत ने कहा कि किसी भी विषय की जानकारी रखना छात्रों के अत्यंत महत्वपूर्ण है व जिज्ञासु होना तो आज के युवाओं के लिए समय की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में कुल 13 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा इसमें विभाग के कुल 39 छात्र मौजूद थे। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एमसीए फाइनल की छात्रा आशू देवी, दूसरा स्थान एमसीए प्रथम की अनिशा तथा तीसरा स्थान एमएससी फाइनल की छात्रा हर्षा चावला ने प्राप्त किया।
उन्होंने बताया कि निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ. मोनिका तथा डॉ. आशीष गिरधर ने निभाई तथा छात्र जज की भूमिका एमएससी फाईनल की छात्रा कोमल समध्यान ने निभाई। स्टूडेंट कम्पेरर की भूमिका एमसीए फाइनल के छात्र आयुष कम्बोज ने निभाई। उन्होंने छात्रों से इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में बढ़-चढक़र भाग लेने का भी आह्वान किया। इस मौके पर विभाग के शिक्षक डॉ. प्रदीप मित्तल, डॉ. कंवल गर्ग व डॉ. रमेश कैत मौजूद रहे।