जमीनी विवाद में हुए घायल युवक की उपचार के दौरान मौत , मचा कोहराम
✒️ जिला संवाददाता प्रशांत कुमार त्रिवेदी के साथ अजय
कन्नौज । गुगरा पुर ब्लाक क्षेत्र में जमीनी विवाद तकरीबन दस दिन पहले हुए जानलेवा हमले में घायल दूसरे युवक की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। ऐसे में मृतक के साले पूजा किन्नर ने अपने साथियों के साथ गांव पहुंच कर शव नहीं उठने दिया। पुलिस से किन्नरों की काफी कहासुनी भी हुई। जिसके बाद रात भर शव गांव में ही रखा रहा। सुबह एसडीएम सदर ने पहुंच कर मृतक के परिजनों और किन्नरों को समझाया तथा उनकी मांगों को मानने का भरोसा दिया, जिसके बाद शव की अंत्येष्टि की जा सकी । गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के बल्लपुरवा गांव में करीब दस दिन पहले जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में झगडा हो गया था। पुलिस की निष्क्रियता से मामला इतना बढ गया कि एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर लाठी-डंडों और कुल्हाडी से जानलेवा हमला कर दिया था। कुल्हाडी के हमले से एक पक्ष के तीन सगे भाई बुरी तरह घायल हो गए थे। झगडे के अगले ही दिन कानपुर के अस्पताल में घायल रामाधीन ने दम तोड दिया। उनके दूसरे भाई जुगुलकिशोर का भी इलाज चल रहा था और करीब आठ दिन बाद उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई। एक ही घर में दो-दो मौतें होने के कारण परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मौत की सूचना पाकर जुगुलकिशोर का साला किन्नर पूजा अपने कुछ साथियों के साथ बल्लपुरवा गांव पहुंच गए। पुलिस पर कार्रवाई में लीपापोती के आरोप लगाते हुए किन्नरों ने शव नहीं उठाने दिया और न ही उनकी अंत्येष्टि करने दी। किन्नरों के आक्रोश को देखते हुए गांव में रात भर पुलिस कर्मी तैनात रहे। सुबह होने पर एसडीएम सदर उमाकांत तिवारी पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और उन्होंने परिजनों के साथ ही मृतक के साले किन्नर पूजा से बातचीत की। उनकी मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया। जिसके बाद वह लोग अंत्येष्टि करने को राजी हुए।