पावन कार्तिक मास में लगातार 21वें दिन निकाली 22वीं प्रभातफेरी

सत्संग/भजन कीर्तन में तन की नहीं, मन की हाजरी लगाओ श्रद्धा से: सचिन नारंग
फिरोजपुर 28 अक्टूबर [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]=
अमृतवेला प्रभात सोसाइटी द्वारा पावन कार्तिक मास के लगातार 21वें दिन भी प्रभातफेरी का आयोजन किया गया जिसका माध्यम श्री राशपिंदर शास्त्री परिवार बना। अमृतवेला प्रभात सोसाइटी द्वारा 21वें दिन में 22वीं प्रभातफेरी निकाली गई। पावन कार्तिक मास में श्री राशपिंदर सिंह शास्त्री ने बड़ी श्रद्धा से अमृतवेला प्रभात सोसाइटी का सत्संग/भजन कीर्तन करवाया और प्रभातफेरी निकाली। सचिन नारंग, राशपिंदर सिंह शास्त्री, करुण मोंगा और दविंदर राजू ने बहुत ही सुंदर भजनों/भेटों का गायन किया। इसके बाद श्री राम और हनुमान जी के भजन गाते, शंखनाद करते, जयकारे लगाते हुए प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभातफेरी का यह अदभुत नज़ारा देखने लायक था। सभी नगर निवासियों ने बहुत ही उत्साह और गर्मजोशी के साथ प्रभातफेरी का स्वागत किया। इस अवसर पर अध्यक्ष सचिन नारंग ने अपने प्रवचनों में कहा कि सत्संग और भजन कीर्तन में तन और मन से हाजरी लगानी चाहिए सत्संग में ‘तन और मन से हाजिरी लगाना’ का अर्थ है, सत्संग में शारीरिक रूप से उपस्थित होने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी पूरी तरह समर्पित होना। यह सिर्फ वहाँ बैठकर प्रवचन सुनने तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रवचन पर ध्यान देना, उसे समझना और अपने जीवन में उतारना भी है। अगर आप शरीर से तो सत्संग में बैठे हैं, लेकिन आपका मन कहीं और भटक रहा है – जैसे घर-परिवार, काम-धंधा, या अन्य सांसारिक बातें – तो सत्संग का लाभ नहीं मिलेगा। तन और मन से हाजरी ही असली हाजरी है।
इस अवसर पर श्री प्यारा सिंह, मनजीत कौर, लखविंदर सिंह, निशा, राशपिंडर सिंह शास्त्री, पुरूषोतम चावला, गुलशन चावला, संजीव हांड, राम नरेश, महंत शिवराम, लोकेश तलवार, प्रवेश कुमार, राजू ओबेरॉय, मनोज गक्खड़, राजन जोशी, अजय ग्रोवर, सुनीता कटारिया, संगीता चावला, गीता बबूता, अरुणा तलवार व अधिक संख्या में बच्चे, युवा और बुजुर्ग उपस्थित रहें।




