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फोरेंसिक एक उभरता विषय, अपार संभावनाएं: प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा।
कुलपति, कुलसचिव, डीन अकेडमिक अफेयर्स, डीन फैकल्टी और विभागाध्यक्ष ने दी विद्यार्थियों को बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।
कुरुक्षेत्र, 5 मई : कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के जूलोजी विभाग के फोरेंसिक साइंस विषय के स्टूडेंट्स ने प्रतिष्ठित फॉरेंसिक एप्टीट्यूट एंड कैलिबर टेस्ट (फैक्ट एंड फैक्ट प्लस) में शानदार प्रदर्शन किया है। मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स (एमएचए) की और से राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले इस टेस्ट में इस बार केयू के 31 स्टूडेंट्स ने सफलता हासिल की है। टेस्ट क्लीयर करने वाले स्टूडेंट्स को देशभर की सीएफएसएल लैब में प्लेसमेंट मिलेगी। प्राणीशास्त्र विभाग की इस उपलब्धि के लिए कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि फोरेंसिक साइंस के विद्यार्थियों ने उच्च स्तर का टेस्ट पास करके विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि फोरेंसिक साइंस एक उभरता विषय है, जिसमें कॅरियर की अपार संभावनाएं हैं। इस अवसर पर कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉक्टर संजीव शर्मा, डीन अकेडमिक अफेयर् प्रोफेसर मंजुला चौधरी, डीन फैकल्टी प्रोफेसर स्मिता चौधरी सहित विभागाध्यक्ष डॉक्टर दीपक राय ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि (यूजीसी) के नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की तर्ज पर इस टेस्ट को आयोजित किया जाता है, इस टेस्ट को क्लीयर करके सभी स्टूडेंट्स को देशभर की फॉरेंसिक लैब में अच्छे पे स्केल पर नौकरी मिलती है। फॉरेंसिक क्षेत्र में युवाओं का फ्यूचर बहुत अच्छा है और देश एवं राज्यों में विभिन्न फोरेंसिक लैब स्थापित की जा रही है।
इन 31 विद्यार्थियों ने किया क्लीयर किया एक्जाम।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के फोरेंसिक साइंस विषय के 31 विद्यार्थियों ने प्रतिष्ठित फैक्ट व फैक्ट प्लस एग्जाम क्लीयर किया। विभागाध्यक्ष डॉक्टर दीपक राय ने बताया कि विभाग के 2017 बैच के कमल जैन ने, 2018 बैच के श्वेता जांगड़ा, गुरप्रीत कौर एवं शहराज खान तथा 2020 बैच की छात्रा भूमिका ने फैक्ट प्लस एग्जाम क्लीयर किया है। वहीं 2018 बैच के वंशिका जैन, ज्योति व देवेन्द्र सिंह, 2019 बैच के पूजा कुमारी, प्रीति किरन, रेनु सहारण, गौरव राजोरिया, सिमरन, श्वेता लाठर व वर्षा यादव, 2020 बैच के शिवानी, नेहा, अजय शर्मा, भूमिका, रोहित कुमार, मेघना, चंचल त्यागी व अक्क्षी कांबोज ने फैक्ट एग्जाम क्लीयर किया है। 2021 बैच की अंजलि, नेहा, विशाल सैनी, दीपिका वत्स तथा 2022 बैच के अंकुश, नीलम शर्मा, प्रीति मलिक, नैन्सी धीमान तथा गरिमा ने फैक्ट एग्जाम क्लीयर कर विश्वविद्यालय के साथ-साथ विभाग का नाम रोशन किया।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट की बढ़ रही है मांग।
विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक राय बब्बर ने बताया कि वर्तमान में फॉरेंसिक साइंस के एक्सपर्ट की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। अपनों की वास्तविक पहचान करनी हो या फिर अपराधियों को पकड़ना हो, एक फॉरेंसिक साइंटिस्ट हर जगह अपनी अहम भूमिका निभाता है। दुनिया भर में बढ़ रहे क्राइम के ग्राफ ने फॉरेंसिक साइंस के एक्सपर्ट की मांग को बढ़ा दिया है। चूंकि यह पूरी तरह साइंस की रिसर्च वाली फील्ड है, इसलिए साइंटिस्ट, स्कॉलर्स और रिसर्चरों को भी काफी रूझान रहा है। इस क्षेत्र में सफल होने के लिए सबसे अहम है, चीजों को जानने की जिज्ञासा। इसके साथ ही एक फॉरेंसिक साइंटिस्ट में, सावधानीपूर्वक कार्य करना, बुद्धिमता, टीम वर्क, तार्किक और नियमपूर्वक कार्य करने की विशेषता जैसे गुणों का होना भी आवश्यक है। विद्यार्थियों की इन उपलब्धियों के लिए विभाग व फॉरेंसिक साइंस विषय के सभी शिक्षक बधाई के पात्र है। आगे भी विद्यार्थियों के प्रोत्साहन के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।