रिपोर्ट पदमाकर पाठक
एंबुलेंस ईएमटी और पायलटों के प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन।
कुल 180 कर्मचारी किए गए प्रशिक्षित।
आजमगढ़। जिले में बड़े पैमाने पर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में एम्बुलेंस कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है।
कोई भी व्यक्ति जिले में 102 या 108 टोल फ्री नम्बर डायल कर इस सेवा का लाभ ले सकता है। सेवा प्रदाता कंपनी इमरजेंसी मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूशन द्वारा प्रशिक्षण शिविर ब्लॉक वाइज किया जा रहा है। जिले में कुल 108 और 102 एंबुलेंस सेवा में 360 कर्मचारी कार्यरत हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी ने बताया कि बेहतर सुविधा के साथ कोई भी व्यक्ति अस्पताल पहुँचने तक प्रशिक्षिण प्राप्त ईएमटी और पायलटों की सेवा भी पूरी तरह से निःशुल्क है, लोगों की जान बेहद महत्वपूर्ण है। जिसके लिए जिले में 108 और 102 के कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 6 जुलाई से लखनऊ हेड ऑफिस से आए ट्रेनर द्वारा दिया जा रहा हैं। इसमें से अभी लगभग 180 कर्मचारी प्रशिक्षण शिविर में भाग ले चुके हैं। 108/102 सेवा जिला प्रभारी अजय राय ने बताया कि जिले के प्रशिक्षण शिविर में ईएमटी को प्री हॉस्पिटल केयर एवं उपकरण और मेडिसिन के बारे में कैसे सुरक्षित रखें और कैसे इस्तेमाल करें, जिससे हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचा सकें और हॉस्पिटल पहुंचने से पहले मरीज की देखभाल कर सकें। पायलट को प्रशिक्षण में सुरक्षित एंबुलेंस चलाने और अपने एंबुलेंस के रखरखाव के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। साथ ही सभी एंबुलेंस का क्वालिटी और उपकरण की स्थिति की भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 103 एंबुलेंस कार्यरत हैं इसमें डायल 108 की 51 एंबुलेंस और गर्भवती महिलाओं के लिए 102 की 52 एंबुलेंस कार्यरत हैं। जनवरी से अब तक 102 से 68906 मरीज और 108 से 50448 मरीजों को सेवा दी गई है। जिले में 22 डायल 108 की पुरानी एंबुलेंस को बदलकर नई एंबुलेंस लांच कर दी गई है। इससे लोगों को और ज्यादा सुविधा होगी और हर जरूरतमंद व्यक्ति को जल्दी से जल्दी एंबुलेंस की सुविधा मिल सकेगी। प्रशिक्षण के ट्रेनर धर्मेंद्र कुमार गोंड, क्वालिटी ऑडिटर आयुष तिवारी, रीजनल मैनेजर सुमित प्रताप सिंह और जिला प्रोग्राम मैनेजर वीरेंद्र विक्रम सिंह, अजय दीवान, वरुण यादव, मजहर हुसैन और वीरेंद्र यादव प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित रहते हैं।