“सूर्यांश सामूहिक आदर्श गौरव विवाह के लिए प्रचार-प्रसार जोरो पर”

“अक्षय तृतीया (अक्ती) के दिन 10 मई को होगा सूर्यांश प्रांगण सिवनी में आदर्श सामूहिक गौरव विवाह” 

जांजगीर:- सूर्यांश आदर्श सामूहिक गौरव विवाह का आयोजन "सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति" द्वारा छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय त्यौहार अक्षय तृतीया (अक्ती) के शुभ अवसर पर 10 मई शुक्रवार को किया गया है जिसमें 202 परिवार के 101 जोड़े वर-वधू के विवाह का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आदर्श सामूहिक गौरव विवाह के संयोजक ए.आर. सूर्यवंशी एवं सह-संयोजक संजय लसार के मार्गदर्शन में जिला मुख्यालय एवं आसपास के गांवों में व्यापक प्रचार-प्रसार कर माता-पिता एवं परिजनों को प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे अधिक से अधिक संख्या में सामूहिक विवाह में सहभागिता कर दिखावे की संस्कृति एवं फिजूल खर्ची से बच सके। पूर्णतः निःशुल्क होने वाली इस सामूहिक गौरव विवाह के लिए विवाह योग्य युवक-युवतियों के माता-पिता एवं परिजन निर्धारित आवेदन पत्र पर आवेदन कर पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीयन करने की अंतिम तारीख 5 मई है जिसमें सभी जातियों एवं वर्गों के विवाह योग्य युवक-युवतियों का विवाह संपन्न कराया जाएगा।

      सूर्यांश सामूहिक गौरव विवाह के प्रचार प्रसार के तहत समीपस्थ ग्राम पेंड्री, सुकली, पचेड़ा, कसौंदी, भैसदा, भैसमुड़ी, सिउड़, रोगदा, नवागांव, आमानारा, हरदी, अमोंदा, गौद, कनई, उदयबंद, पिसौद, कुटरा, सेंदरी, अमोरा, वेदपरसदा, झर्रा, मोहगांव, भंवरेली, अफरीद, तागा, चोरभट्ठी, जोगीडीपा, सिल्ली, कुटराबोड़, भदरा, डूड़गा, बनारी, घनवा, परसदा, हाथीटिकरा, बोड़सरा, तिलई, नैला, सरखों, अवराई, जाबलपुर, पाली सहित अनेकों गांव में प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिसमें मोहरसाय खरसन, हरदेेव टंडन, सरदेश लदेर, आचार्य शिव प्रधान, नीरज परिहार, माधव पुरे आदि का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हो रहा है।

       ज्ञात हो कि विगत वर्ष 2023 में "सूर्यांश कन्या विवाह महोत्सव" के अंतर्गत 26 परिवारों के 13 जोड़े वर वधूओं का विवाह संपन्न कराया था। इसके अलावा सूर्यांश शिक्षा महामहोत्सव में भी प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी आदर्श सामूहिक गौरव विवाह का आयोजन किया गया था जो विगत दस वर्षों से निरंतर जारी है। 

      उक्ताशय की जानकारी देते हुए प्रो. गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी ने बताया कि समाज में व्याप्त फिजूल खर्ची और दिखावे की संस्कृति, विवाह में अत्यधिक खर्च, धन-संपत्ति, समय और श्रम के अपव्यय को कम करने के लिए आदर्श विवाह का आयोजन किया गया है जिसमें सभी जाति और वर्ग के लोग सहभागिता करते हैं। विगत वर्ष जांजगीर, सक्ती, बिलासपुर, कोरबा के अलावा कोरिया एवं बलौदा बाजार के माता-पिता एवं परिजनों ने अपने पुत्र-पुत्रियों का सामूहिक विवाह सूर्यांश प्रांगण में किया था। 10 मई के सामूहिक आदर्श गौरव विवाह के लिए आवेदन सूर्यांश विद्यापीठ, सूर्यांश प्रांगण सिवनी (नैला) में उपलब्ध है जिसे नि: शुल्क प्राप्त कर आवश्यक दस्तावेजों और प्रमाण पत्र के साथ जमा किया जा सकता है। इस वर्ष 101 जोड़े वर-वधू का विवाह अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए निरंतर प्रचार-प्रसार कर परिजनों को जागरूक किया जा रहा है।

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