दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के द्वारा धूमधाम के साथ मनाया गया तीज महोत्सव “तीयां धीयां नाल”
फिरोजपुर 09 अगस्त [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]:=
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के फाजिल्का स्थित आश्रम में तीज महोत्सव मनाया गया। जिसमें छोटी बच्चियों व महिलाओं के द्वारा भंगड़ा, जागो,कविता, गिद्दा एवम् डांस इत्यादि कार्यक्रम पेश किए गए। कार्यक्रम में साध्वी सोमप्रभा भारती जी ने अपने विचारों में बताया कि भारत देश त्योहारों का देश है।प्रतिदिन इस भारत देश में कोई ना कोई त्योहार मनाया जाता है परंतु अधिकतर त्योहार हमारे आत्मज्ञानी महापुरुषों व ऋषि-मुनियों द्वारा आरंभ किए गए। जिनके आरंभ के पीछे एक ही कारण था कि हमारे जीवन को सही दिशा मिल सके। साध्वी जी ने कहा कि तीज त्यौहार को मनाकर नई पीढ़ी को हमारे पारंपरिक सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ा जाता है। लेकिन आज इस तीज के त्यौहार को फैशन शो करके, तीज क्वीन बन कर, फिल्मों के शो देख कर मनाते हैं ।आज हम इस तीज के त्यौहार की पवित्रता को भूल गए हैं और इस तीज के त्यौहार को हमने मलिन ढंग से मनाना शुरू कर दिया है। तीज 3 तरह की होती है हरियाली तीज, कजरीतीज,हरितालिका तीज। हरियाली तीज जो सबसे छोटी होती है यह पूर्णिमा के 3 दिन बाद आरंभ होती है। कजरी तीज जिस को बड़ी तीज कहा जाता है यह हरियाली तीज से 15 दिन बाद आते हैं और हरितालिका तीज को भादो के महीने में मनाया जाता है। तीज का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण और गोपियों के प्रेम का भी संकेत देता है। साध्वी जी ने कहा कि अगर भविष्य में हम इसी प्रकार तीज महोत्सव मनाना चाहते हैं तो सर्वप्रथम हमें बेटियों का भविष्य सुरक्षित करना होगा। क्योंकी बेटियों के बिना तीज सम्भव ही नहीं है।छोटी बच्ची अराध्या नारंग ने भजनों पर नृत्य की प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। दिव्याशना व वंशिका ने कविता का गायन किया। शिफाली राजदेव ने पंजाबी सस्कृति के विषय में सबको अवगत कराया। नारी शक्ति जागरण समिति की महिलाओं द्वारा नारी की महानता व बेटियों से सम्बन्धित स्लोगन हाथों में लेकर लोगों को जागरूक भी किया। इस अवसर पर संस्थान की ओर से साध्वी अंबालिका भारती, साध्वी वन्दना भारती व साध्वी बलजीत भारती भी उपस्थित रहे।