वक़्फ़ माफियाओं से यतीम खाना को बचा लो : जमशेद अंसारी
हाजीपुर(वैशाली)दलित मुस्लिम मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष जदयू नेता मोहम्मद जमशेद अंसारी,वक़्फ़ सुरक्षा परिसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद समीर अहमद,माले नेता मुज़फ्फर आलम,राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता एवं अल्पसंख्यक अधिकार मंच के महासचिव मोहम्मद अली खान ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर स्थानीय लोगों से आह्वान किया है कि आपके बुज़ुर्गों द्वारा 1910 से स्थापित यतीम खाना अंजुमन खादिमुल इस्लाम जो सोसाइटी अधिनियम 1860 रजिस्टर्ड न• 09/1938 के द्वारा चलाया जा रहा है को वक़्फ़ बोर्ड में जाने से बचा लो अन्यथा वक़्फ़ द्वारा बेच दिया जाएगा।इन नेताओं ने बताया है की वक़्फ़ बोर्ड कुछ अपने चहेते पूर्व आई.ए.एस पूर्व आई.पी.एस सामंतवादी प्रवृतियों के लोगों का 19 सदस्यीय प्रबंधन कमिटी का गठन किया है।जिन्हें यहां के तालीम ले रहे रिक्शा-ठेला चलाने वाले एवं घर में दाई का काम करने वाले के गरीब बच्चों से कुछ लेना देना नही है। आजतक इनलोगों द्वारा किसी तरह का यतीम खाना में कोई योगदान नही रहा है।लगभग 40 वर्षो से इस एदारे में पटना सिटी के बाहरी बड़े-बड़े लोगों का कब्ज़ा रहा है।जिन्होंने यतीम खाना की जागीर को आई.डी.बी एवं विदेशों से मोटी रकम लेकर यतीम खाना के सम्पत्तियों को गिरवी रख दिया है और तास के पत्तों की तरह इमारत खड़ी करने के नाम पर पैसों की उगाही की गई है।1910 से चल रहे यतीम खाना स्कूल से आई.ए.एस व आई.पी.एस तो दूर की बात है एक क्लर्क-किरानी या अलीम-ए- दीन भी नही बना सकें।आज स्थानीय लोगों के जन-सहयोग से रिक्शा-ठेला चलाने वाले गरीब यतीम बच्चों के पढ़ाई-लिखाई कराई जा रही है।जो चंद रईसों को न गवार गुज़र रही है। पटना सिटी के बाहरी लोगों की कमिटी बनाकर गरीब निःसहाय बच्चों की मौलिक अधिकार का हनन करने के लिए वक़्फ़ बोर्ड द्वारा बनाये गए 19 सदस्य कमिटी में कुछ असामाजिक तत्वों व पूर्व में यतीम खाना की सम्पत्तियों की लूट-पाट करने वाले को सचिव बनाया गया है। जिसका स्थानीय लोगों नें इसका मुखालफत कर रही है।इन्ही बाहरी लोगों द्वारा यतीम खाना स्कूल में हंगामा कराकर माहौल को बिगाड़ रहे हैं।जिसकी सूचना प्रशासन के उच्च अधिकारियों को दे दिया गया है।सैय्यद समीर ने कहा है कि बहुत ही शर्म की बात है कि अपने आपको पूर्व आई.ए.एस बताकर तथाकथित सदर के हैसियत से अपने समर्थक अपराधियों को लेकर यतीम खाना स्कूल में हंगामा खड़ा किया गया तथा बच्चों को स्कूल से भागने पर मजबूर किया गया।समय से पहले जबरन स्कूल बंद करा दिया।दरबान राहुल, राजेश और महिला जो आया कि काम करती है उन्हें गंदी-गंदी गालियाँ दी गयी और विरोध में वीडियो बना रहे राहुल का मोबाइल भी छीन लिया। यतीम खाना से भाग जाने को भी कहा गया।स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया गया तो जिला औकाफ कमिटी के अब्दुल बाकी तथा अन्य लोगों द्वारा स्थानीय लोगों को असामाजिक तत्वों का प्रयोग किया गया।अगर स्थानीय लोग विरोध नही करते तो इनलोगों द्वारा बुलाये गए बाहरी लोगों से बड़ी घटना को अंजाम दे सकते थे।इन नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार एवं उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मांग करते हुए कहा है कि बिहार सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन,बोर्ड के सदस्य साले-बहनोई से बचाये।चेयरमैन के कार्यकलापों की जांच कराए। इनलोगों द्वारा बिहार में बड़े पैमाने पर वक़्फ़ की सम्पत्तियों की खुर्द-बुर्द किया गया है।जिसका जीता जागता हुआ वक़्फ़ न•2048 संदलपुर पटना क़ब्रिस्तान है जिसे लीज कर बेचने की साजिश की गई है।पूर्णिया पटना के करोड़ों की सम्पत्ति जो वक़्फ़ न• 2525/25 में रजिस्टर्ड है।जिसे वक़्फ़ बोर्ड के मिली-भगत से करोड़ों की सम्पत्ति बेची गयी है।यतीम खाना हॉस्टल और खादिमुल इस्लाम हाई स्कूल वक़्फ़ बोर्ड से अलग है।एक बैलगाड़ी चलाने वाले का बेटा वक़्फ़ बोर्ड का चेयरमैन आज अरबों-खरबों सम्पत्ति का मालिक कैसे बना ये भी जांच का विषय है।बिहार प्रदेश जनता दल यू के निवर्तमान महासचिव अली इमाम भारती को जान से मारने की धमकी दी गयी है जो काफी अफसोस जनक बात है।इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।हंगामे के वीडियो हमलोगों के पास मौजूद है बहुत जल्द मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री से डेलीगेट मिलकर यतीम खाने की घटनाओं से रूबरू कराया जाएगा।इस सम्बंध में गृह-मंत्री,सेंट्रल वक़्फ़ कौंसिल नई दिल्ली को भी पत्र लिखकर इन वक़्फ़ माफियाओं पर लगाम लगाने की मांग की गई है तथा पूरे देश में वक़्फ़ सम्पत्तियों का सर्वे कराने का समर्थन किया है।
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