गर्भावस्था के समय जरुरी है प्रसव पूर्व जांचें डा.जगदीश निर्मल
गर्भवती के भोजन में सभी पोषण तत्व बेहद आवश्यक:डा.रिम्मी पाल
कन्नौज। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर माह मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को जिले की सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क जांच, परामर्श और उपचार दिया गया,साथ ही स्वयं व शिशु के पोषण, खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के बारे में भी जानकारी दी गई। इसी क्रम में सामुदायिक केन्द्र हसेरन आयोजित कार्यक्रम के दौरान चिकित्साधीक्षक डा.जगदीश निर्मल ने बताया कि गर्भावस्था व प्रसव के दौरान गर्भवती महिला को कोई परेशानी न हो तथा मातृ एवं शिशु को सुरक्षित रहे इसी उद्देश्य से हर माह की 9 तारीख को यह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया जाता है। इस बार 9 तारीख को अवकाश होने की स्थिति में इस अभियान का आयोजन आज 10 तारीख को किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी महिला के गर्भवती होने से पहले अच्छा पोषण और एक स्वस्थ जीवन शैली होना बहुत जरूरी है।गर्भावस्था के दौरान अच्छी देखभाल और नियमित स्वास्थ्य जांच व उपचार से किसी भी जोखिम रोकने में बहुत मदद करता है। चिकित्धीक्षक ने बताया कि अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को सभी चिकित्सकीय सुविधाएं नि: शुल्क मुहैया करवाई जाती है। इस मौके पर स्त्री रोग विशेषज्ञ रिम्मी पाल ने गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व की सम्पूर्ण जांच कर उनका टीकाकरण किया,साथ ही विटामिन, आयरन-फोलिक एसिड व कैल्शियम की दवाएं व फल वितरित कर महिलाओं को प्रसव पूर्व व प्रसव के बाद संतुलित और पौष्टिक आहार लेने, साफ-सफाई रखने, समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श लेने और प्रसव संस्थागत कराने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दौरान 86 गर्भवती महिलाओं की नि: शुल्क अल्ट्रासाउंड, वजन, हीमोग्लोबिन, ब्लड-प्रेशर, ब्लड-शुगर, एचआईवी , हेपेटाइटिस-बी व पेट की जाँच की गई ।जाँच के दौरान 10 महिलाएं उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था की पाई गयी। जिनमें हीमोग्लोबिन की मात्रा 7 मिलीग्राम से कम थी। जिनको आयरन-शुक्रोज लगाया गया तथा उन्हें दवा के नियमित सेवन के साथ-साथ विशेष देखभाल रखने और समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श लेते रहने की सलाह दी गयी।
डॉ रिम्मी पाल ने बताया कि किसी गर्भवती में यदि सात मिलीग्राम से कम हीमोग्लोबिन होता है, तो उसको सीवियर एनीमिया की स्थिति में रखा जाता है। ऐसी गर्भवती को हरी साग-सब्जियों, फल,अंकुरित चना एवं दाल, गुड़ आदि का अधिक से अधिक सेवन करना जरूरी होता है।
ब्लॉक हसेरन के ग्राम रेरीरामपुर रहने वाली 22 वर्षीय सुमनलता ने बताया कि यह मेरा पहला बच्चा है।जांच करने पर पता चला कि मेरा हीमोग्लोबिन 6.5प्रतिशत है। मुझे इंजेक्शन भी दिया गया साथ ही पौष्टिक आहार, संस्थागत प्रसव के फायदे और इस दौरान क्या सावधानियां बरतनी है।इस तरह की कई जानकारियां दी गई।
इस दौरान डा.आरती सिंह डा.नीलू रॉबर्ट,स्टाफ नर्स सुधा, विनीता अर्श काउंसलर सत्यप्रकाश, वीसीपीएम विवेक पटेल आदि मौजूद रहे।