संतुलित पौष्टिक आहार लेने से बच्चे रहते हैं निरोग व स्वस्थ : डॉ. देवेंद्र खुराना।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र : सातवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य पर श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय द्वारा सुंदरपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय में आहार व पोषण कार्यशाला का आयोजन किया गया। अध्यापिका उषा रानी ने उपस्थित सभी गणमान्यों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वस्थवृत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा रानी ने की। इस दो दिवसीय कार्यशाला में स्कूली बच्चों को संतुलित व पौष्टिक आहार की जानकारी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उपलब्ध कराई।
श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य डॉ. देवेंद्र खुराना ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों को नियमित रूप से पौष्टिक आहार देने से बच्चे निरोग व स्वस्थ रहते हैं। परिजनों को फलाहार व दूध पर्याप्त मात्रा में बच्चों को देना चाहिए। हालही में देखने में आया है बच्चों का खानपान एकदम बिगड़ चुका है। उनकी प्लेट में पौष्टिक आहार कम जंक फूड की मात्रा बढ़ती जा रही है। इस वजह से बच्चों में आकस्मिक असाध्य रोग बढ़ रहे हैं। अभिभावकों को बाहर की चीजों पर रोक लगाकर पौष्टिक व संतुलित आहार ही बच्चों को देना चाहिए। सहायक प्रोफेसर डॉ. शीतल सिंगला ने कुषोषण जन्य व्याधियों के कारण और उनके समाधान के बारे में बच्चों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार होना बहुत जरूरी है। ऐसे में बच्चों में खानपान की आदतों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। पोषक तत्वों की कमी या अधिकता बच्चों में कुपोषण का कारण बनती है। इससे बच्चों के विकास की प्रक्रिया बाधित होती है। जैसे लंबाई कम होना या वजन बढ़ना ये दोनों ही स्थिति कुपोषण में गिनी जाती हैं। वहीं डॉ. सुरेंद्र सहरावत ने बच्चों को पौष्टिक आहार के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हमारी सब बीमारियों की जड़ हमारा भोजन है। भोजन भी औषध का काम करता है। इसलिए कम मात्रा में पौष्टिक और संतुलित भोजन ही समय अनुसार लेना चाहिए। इस अवसर पर योग शिक्षक योगेंद्र कुमार और पीजी स्कॉलर डॉ. ज्योति, डॉ. कपिल कपूर, डॉ. प्रतीक, डॉ. रितु, डॉ. स्मृति मौजूद रहे।