हर्रैया गौशाला में भूख से गौवंश तड़फ-तड़फ कर मरने को हैं मजबूर
हर्रैया प्रधान ने मानक विहीन कार्य कराकर गांव के विकास कार्यों का कर दिया बंटाधार
कोथावां(हरदोई)-ब्लाक कोथावां की ग्राम पंचायत हर्रैया के ग्राम प्रधान ने गांव मे मानकविहीन कार्य कराकर गांव का पूरा बंटाधार कर दिया है।रूक रुक कर हो रही बरसात ने ग्राम प्रधान के विकास कार्यों की पोल पट्टी खोलकर रख दी है।
प्राप्त समाचार के मुताबिक वहीँ कुछ ग्रामीणों ने दबी जुबाँ से जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत में कराये गये इन्टरलांकिग कार्य मानक विहीन होने कारण धस गयी है।गलियों मे पानी का निकास न होने से पंचायत गांव मे लोगों के घरो के सामने जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गयी है।पंचायत भवन सहित अपनी वाटिका का निरीक्षण खण्ड विकास अधिकारी कोथावां पंकज यादव ने मौके पर पहुंच कर किया। ग्राम सभा मे संचालित गौशाला मे भूख से गौवंश तडप तडप कर मरने को मजबूर है। चारा भूसा तो है पर चन्नियों से नदारद है। गांव मे ग्राम प्रधान द्वारा अशोक वाटिका बनायी गयी है,जिसमें अधोमानक होने के साथ ही धन की बरबादी की गयी है।जबकि ग्राम प्रधान ख़ूबकली मौर्या व उसका प्रतिनिधि वीरेन्द्र कुमार मौर्य गांव विकास की बात कहकर अपने हाथो से अपनी पीठ थप थपाने मे मस्त दिखाई पड रहा है। निरीक्षण करने पहुंचे खंड विकास अधिकारी ने मामले पर लीपापोती करते हुए प्रधान प्रतिनिधि को कुछ छिटपुट आदेश तो किए पर देखने वाला सुनने में प्रतीत होता था कि सब गोलमाल है। निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी ने गौशाला पहुंचना मुनासिब नहीं समझा और पंचायत भवन से ही रवाना हो लिए, जिससे साफ प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं जिम्मेदारों द्वारा उदासीनता बरती जा रही है।पंचायत भवन में जंगली घास का तथा गन्दगी का अंबार लगा हुआ है।
जब ग्रामप्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र कुमार मौर्य से गौशाला में गौवंशो की तड़प-तड़प कर मरने के बारे में पूंछा गया तो उन्होंने मामले को हल्के में लेते हुए कहा कि ऐसे तो रोज गौवंश मरते ही रहते हैं।अब उनकी क्या कोई टांग पकड़ ले।ऐ सब चलता रहता है।