कच्चे केले से चिप्स व पाउडर तैयार कर आमदनी बढ़ाएं महिलाएं-डॉ पूनम सिंह
✍️जलालाबाद रिपोर्टर डॉक्टर मतीउल्लाह
कन्नौज । कृषि विज्ञान केंद्र अनौगी में जलालाबाद ब्लॉक के पचपुखरा व पछायेपुरवा गाँव की 25 कृषक महिलाओं के लिए “कच्चे केले से चिप्स व पाउडर बनाना” विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्र की महिला वैज्ञानिक डॉ पूनम सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में कच्चे केले से तैयार चिप्स व पाउडर (आटा) की बाजार में अच्छी माँग है क्योंकि कच्चा केला पोषक तत्वों जैसे कि फाइबर, विटामिन-सी, विटामिन-बी 6, विटामिन-ए, पोटैशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक,आयरन व प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। कच्चे केले का सबसे अच्छा फायदा यह है की यह पाचन को मजबूत बनाता है । डायबिटीज के मरीजों के लिए कच्चे केले का सेवन बहुत फायदेमंद होता क्योंकि इसमें मिठास नही होती व इसका पाउडर ग्लूटेन फ्री होता है। इसमें पोटैशियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर के लेवल को नियंत्रित कर हृदय की सेहत को अच्छा रखता है। इसमें उपस्थित पोटैशियम किडनी के बेहतर कार्य करने में भी लाभदायक है। डॉ सिंह ने कहा कि केले के चिप्स व पाउडर महिलाओं की आमदनी बढ़ाने का एक बढ़िया विकल्प है। जहां प्रति दर्जन पके केले का दाम रु.50 है वही कच्चे केले का पाउडर रु. 400-500 प्रति किलो व चिप्स रु.150-200 प्रति किलो बेचा जा सकता है। छोटे स्तर पर इनको तैयार करने के लिए कोई बड़े निवेश की आवश्यकता नही होती है। धूप में सुखाकर व घरेलू मिक्सी में पीस कर तैयार किया जा सकता है। बड़े स्तर पर भी यह कार्य रु.10,000 की लागत से शुरू किया जा सकता है।इसके लिए केवल हॉट एयर ओवन व मिक्सर की आवश्यकता होती है। इसे बनाने के लिए कच्चे केले को अच्छी तरह धोकर व छील कर पानी में चिप्स की तरह काट लेते है। पाउडर बनाने के लिए ओवन या धूप में सुखाकर मिक्सर में पीस कर पाउडर तैयार कर सकते है व चिप्स बनाने के लिए हल्दी व नमक के घोल में पाँच मिनट भिगोने के बाद नमी को सुखाकर तेल में तल लेते हैं। फिर इन्हें ठंडा कर पैकेट में सील कर बाजार में अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता हैं।