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भागवत कथा में पांचवें दिन महंत बंसी पुरी जी ने कहा साल में आने वाला कार्तिक मास श्रद्धा भा्व का प्रतीक है : सचिन रिष्याण।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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पिहोवा 21अक्टूबर :
पिहोवा के शिवपुरी रोड पर स्थापित श्री गोविंदनंद आश्रम मैं कार्तिक मास के उपलक्ष में महंत बंसीपुरी जी के सानिध्य में भागवत कथा के पांचवें दिन व्यास गद्दी पर विराजमान कथा वाचिका सर्वेश्वरी गिरी ने कहा कि यूं तो दुआओं का कोई रंग नहीं होता मगर जब यह रंग लाती है तो जिंदगी में भी रंग भर देती हैं । जो भी भक्तजन समाज में रहकर सेवा कार्य करते हैं और अपने हाथों से किसी गरीब की सहायता करते हैं या किसी के दुख दर्द में काम आते हैं वह अपने जीवन मैं मान सम्मान के साथ साथ पुण्य भी कमाते हैं।
भागवत कथा के पांचवें दिन श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा और भाव से भागवत कथा को सुना। भागवत कथा में महंत बंसी पुरी जी महाराज ने कहा की जो भक्तजन कार्तिक महीने में पूजा अर्चना के साथ नित्य नियम से कथा को सुनता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है साल में आने वाला कार्तिक मास श्रद्धा और भाव का प्रतीक है।
कार्तिक मास में किए गए सभी धार्मिक कार्य से मन को संतुष्टि प्राप्त होती है।भागवत कथा के मुख्य यज्ञमान सचिन रिष्याण, गीता रिष्याण ने कहा भागवत कथा घर मे करवाने , से भी जन्म जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। भागवत कथा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस अवसर पर उर्मिल अत्री, रश्मि बंसल, सुनीता रानी, सुरेश वर्मा, नीलम चक्रपाणि, शारदा शर्मा ,सरोज गुप्ता, रेणु रानी, आरती देवी, सुमित्रा देवी, कविता गुप्ता, सुनीता रानी, आदि सैकड़ों श्रद्धालु गण उपस्थित थे।
महंत बंसी पुरी जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए श्रद्धालु गण।